×

तेलंगाना मुक्ति दिवस पर राजनाथ सिंह का संबोधन: ऐतिहासिक महत्व पर जोर

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह में भाग लिया, जो हैदराबाद के भारतीय संघ में विलय की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर मनाया गया। उन्होंने इस दिन के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया और सरदार पटेल की भूमिका को सराहा। समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने और सैन्य सलामी के साथ शुरुआत हुई। जानें इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की और खास बातें और सरदार पटेल के योगदान के बारे में।
 

तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह का आयोजन

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह का नेतृत्व किया, जो हैदराबाद के भारतीय संघ में विलय की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया। यह दिन 1948 में निज़ाम शासन के अंत और ऑपरेशन पोलो की सफलता की याद दिलाता है, जिसने रियासत को लोकतांत्रिक शासन के अधीन लाया। इस अवसर पर, राजनाथ सिंह ने कहा कि यह दिन भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम यहां हैदराबाद लिबरेशन डे की स्मृति को ताज़ा करने के लिए एकत्रित हुए हैं, जो हमारे इतिहास का एक गौरवपूर्ण और निर्णायक अध्याय है।


सरदार पटेल की भूमिका का उल्लेख

राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अगस्त 1947 में स्वतंत्र हुआ था, लेकिन हैदराबाद उस समय भारत का हिस्सा नहीं था। इसका मतलब यह था कि स्वतंत्रता के बावजूद भारत कई टुकड़ों में बंटा हुआ था। सरदार पटेल ने अपनी राजनीतिक कुशलता और रणनीति से रियासतों को शांति से भारत में शामिल किया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और इसके लोग हमेशा सरदार पटेल के ऋणी रहेंगे। यह समारोह केंद्र सरकार की पहल का हिस्सा है, जो 17 सितंबर को तेलंगाना मुक्ति दिवस के रूप में आधिकारिक मान्यता देने की दिशा में है।


समारोह की औपचारिक शुरुआत

इस कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज फहराने और थल सेना, नौसेना और वायु सेना की टुकड़ियों द्वारा औपचारिक सलामी के साथ हुई। सिंह ने सैन्य शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की और हैदराबाद के विलय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, किशन रेड्डी और बंदी संजय कुमार सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए पोस्टरों और बैनरों में ऐतिहासिक संघर्ष और भारत के राष्ट्र निर्माण में इसके महत्व को दर्शाया गया।