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तेजस्वी यादव बने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता, महागठबंधन की हार पर चर्चा

तेजस्वी यादव को बिहार विधानसभा में विपक्ष का नेता चुना गया है। यह निर्णय राजद विधायकों की बैठक के बाद लिया गया, जिसमें महागठबंधन की हालिया हार पर चर्चा की गई। एनडीए ने चुनाव में 202 सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन को केवल 35 सीटें मिलीं। रोहिणी आचार्य ने पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए अपने भाई और सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया है। उनकी भावनात्मक पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
 

तेजस्वी यादव का नया पद

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को हाल ही में राघोपुर से विधायक चुने जाने के बाद बिहार विधानसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया है। यह निर्णय पटना में राजद विधायकों की एक बैठक के बाद लिया गया। इस बैठक का उद्देश्य बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार का विश्लेषण करना था, जिसमें उन्हें एनडीए के खिलाफ गंभीर हार का सामना करना पड़ा। एनडीए ने 243 विधानसभा सीटों में से 202 सीटें जीतीं, जबकि महागठबंधन को केवल 35 सीटें मिलीं, जिसमें राजद को महज 25 सीटें प्राप्त हुईं।


बैठक में चर्चा

बैठक में तेजस्वी के करीबी सहयोगी संजय यादव भी शामिल थे, जिन्हें लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया। चर्चा के दौरान हार के लिए ईवीएम में गड़बड़ी और चुनाव आयोग के पक्षपातपूर्ण रवैये को जिम्मेदार ठहराया गया। रोहिणी आचार्य का नाम बैठक में नहीं लिया गया, जिन्होंने हाल ही में अपने परिवार से संबंध तोड़ने की घोषणा की थी।


रोहिणी आचार्य की भावनाएं

रविवार को एक्स पर साझा की गई भावुक पोस्ट में, रोहिणी आचार्य ने अपने पिता को "गंदी किडनी" देने के लिए खुद को "शापित" बताया। उन्होंने यह भी कहा कि अब वह "अनाथ" महसूस कर रही हैं। 47 वर्षीय आचार्य ने विवाहित महिलाओं को सलाह दी कि यदि परिवार में बेटा है, तो अपने पिता के लिए अपनी जान जोखिम में न डालें। उन्होंने उम्मीद जताई कि कोई भी परिवार अपनी बेटी को उनके जैसे हालात में नहीं देखेगा।


राजद से इस्तीफा

यह टिप्पणी रोहिणी आचार्य द्वारा राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा देने और अपने परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा के एक दिन बाद आई है। उन्होंने हाल ही में हुए बिहार चुनावों में पार्टी की हार के लिए अपने भाई तेजस्वी यादव और उनके दो करीबी सहयोगियों - राजद सांसद संजय यादव और रमीज को जिम्मेदार ठहराया। आचार्य ने यह भी कहा कि जब उन्होंने जवाबदेही की मांग की, तो उन पर चप्पल फेंकी गई।