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तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का किया समर्थन

राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि विपक्ष आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए एकजुट होगा। उन्होंने बिहार के नवादा में 'मतदाता अधिकार' रैली में यह बयान दिया। यादव ने युवाओं को राज्य की बागडोर संभालने का अवसर देने की आवश्यकता पर जोर दिया और नीतीश कुमार की सरकार को 'खटारा' बताया। भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केवल बातें करने से कोई फर्क नहीं पड़ता। यादव ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को वोटों की डकैती करार दिया।
 

तेजस्वी यादव का बड़ा बयान

राजद के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए विपक्ष एकजुट होकर प्रयास करेगा। उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि 2029 के आम चुनावों में राहुल गांधी को इंडिया ब्लॉक के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा सकता है। यादव ने कहा कि हम अगले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में काम करेंगे। बिहार के नवादा में 'मतदाता अधिकार' रैली का नेतृत्व करते हुए, उन्होंने यह बात कही।


युवाओं को मौका देने की आवश्यकता

रैली में बोलते हुए, यादव ने यह भी कहा कि अब युवा पीढ़ी को राज्य की बागडोर संभालने का अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार अब 'खटारा' हो गई है और इसे तुरंत बदलने की आवश्यकता है। युवाओं ने संकल्प लिया है कि वे इस पुरानी और जर्जर सरकार को सत्ता से हटाएंगे और अगले लोकसभा चुनावों के बाद राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।


भाजपा सांसद की प्रतिक्रिया

भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बिहार में मतदाता सूची की समीक्षा के कारण यह यात्रा चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि क्या केवल बातें करने से कोई फर्क पड़ता है? यह उनकी बात करने की कला है, जिसे व्यंग्य भी कहा जा सकता है।


मतदाता अधिकार यात्रा

यादव ने यह भी कहा कि बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) लोगों को उनके मताधिकार से वंचित करने का जानबूझकर प्रयास है। उन्होंने इसे 'वोटों की डकैती' करार दिया और कहा कि हम ऐसा नहीं होने देंगे। राहुल गांधी ने रविवार को बिहार के रोहतास जिले के सासाराम से अपनी 16 दिवसीय, 1,300 किलोमीटर लंबी मतदाता अधिकार यात्रा की शुरुआत की। विपक्ष के नेता ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि उसकी नवीनतम साजिश मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के माध्यम से बिहार में 'चुनाव चुराने' की है।