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तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन किया, संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर उठाए सवाल

बिहार के आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर आरोपों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से संवैधानिक संस्थाओं को हाईजैक किया गया है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की जानकारी पहले से ही बीजेपी आईटी सेल को मिल जाती है। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लोकतंत्र में धांधली का उदाहरण बताया और कहा कि यह 'मैच फिक्सिंग' अब बिहार में भी होगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर चुनाव में अनियमितताओं का खुलासा किया है, जिसमें फर्जी मतदाताओं का जोड़ना और मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना शामिल है।
 

तेजस्वी यादव का बयान

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर बिहार के आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से सभी संवैधानिक संस्थाओं को हाईजैक कर लिया गया है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा से पहले ही बीजेपी आईटी सेल को शेड्यूल की जानकारी मिल जाती है। उन्होंने कहा कि हमें हर चीज़ पर नज़र रखनी चाहिए और संवैधानिक संस्थाओं को अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से करना चाहिए। सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। 


 


राहुल गांधी के आरोप


तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि यह स्पष्ट है कि सभी संस्थाएँ बीजेपी के प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रही हैं। सभी मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन यह बिहार को मजबूत करने के लिए है, न कि केवल सरकार बनाने के लिए। राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का एक उदाहरण था। उन्होंने कहा कि यह 'मैच फिक्सिंग' अब बिहार में भी देखने को मिलेगी, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बीजेपी हार रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 'मैच फिक्स' किए गए चुनाव लोकतंत्र के लिए हानिकारक हैं। यदि कोई पक्ष धोखाधड़ी करके जीतता है, तो इससे लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता कमजोर होती है। 


 


सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का खुलासा


राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर चुनाव में कथित अनियमितताओं के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया, मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया, और फर्जी मतदान कराया गया। उन्होंने 'दैनिक जागरण' और 'द इंडियन एक्सप्रेस' में प्रकाशित लेख की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'चुनाव की चोरी का पूरा खेल! 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था।' उन्होंने अपने लेख में बताया कि यह साजिश कैसे रची गई: चरण 1: निर्वाचन आयोग की नियुक्ति करने वाली समिति पर कब्जा किया गया। चरण 2: फर्जी मतदाताओं को सूची में जोड़ा गया। चरण 3: मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया। चरण 4: जहां बीजेपी को जीताना था, वहां लक्षित फर्जी मतदान कराया गया। चरण 5: सबूतों को छिपा दिया गया।