तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल, भाजपा पर लगाया आरोप
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह तथ्यों के साथ स्पष्ट जवाब देने में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीईसी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशों का पालन किया है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार में चल रही 'मतदाता अधिकार यात्रा' के दौरान लोग समझ रहे हैं कि भाजपा ने चुनाव आयोग को कैसे प्रभावित किया है। उन्होंने बिहार में लोकतंत्र की रक्षा का भी आश्वासन दिया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
Aug 19, 2025, 12:14 IST
तेजस्वी यादव का आरोप
राजद के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में तथ्यों के साथ स्पष्ट उत्तर देने में असफल रहे। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि सीईसी कुमार ने प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशों के अनुसार बात की। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा कि सीईसी ने अब तक किसी भी तथ्य के साथ स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। उन्हें यह बताना चाहिए कि जिन लोगों की मृत्यु की घोषणा की गई, वे वास्तव में जीवित क्यों हैं। ऐसे हजारों उदाहरण हैं जो हम प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने केवल वही पढ़ा है जो उन्हें पीएमओ से दिया गया था। यदि उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली है, तो उन्हें इसे स्पष्ट करना चाहिए। इसमें शर्म की क्या बात है?
राहुल गांधी के आरोपों का संदर्भ
तेजस्वी की यह टिप्पणी रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के "वोट चोरी" के दावों का खंडन करने के बाद आई है। उन्होंने राहुल को सात दिनों के भीतर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। बिहार में चल रही 'मतदाता अधिकार यात्रा' का समर्थन करते हुए, तेजस्वी ने कहा कि लोग समझ रहे हैं कि भाजपा ने चुनाव आयोग को कैसे प्रभावित किया और वोट चुराए। राजद नेता ने कहा कि यात्रा को लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है और अब लोग समझने लगे हैं कि भाजपा के लोग मिलकर चुनाव आयोग को कैसे चुरा रहे हैं। अब जब वोटों की चोरी हो रही है, तो जनता जागरूक हो गई है।
बिहार में लोकतंत्र की रक्षा
तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार लोकतंत्र को समाप्त नहीं होने देगा। उन्होंने कहा, "बिहार की धरती, जहाँ लोकतंत्र का जन्म हुआ, वहाँ लोकतंत्र को खत्म नहीं होने दिया जाएगा। यह एक ऐतिहासिक यात्रा होगी।" 'मतदाता अधिकार यात्रा' रविवार को सासाराम से शुरू हुई। यह 16 दिनों की यात्रा बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित 'वोट चोरी' के विरोध में आयोजित की गई है। यह यात्रा 20 से अधिक जिलों और केंद्रों में 1,300 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।