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तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान पर साधा निशाना, बिहार में कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पर तीखा हमला किया है। उन्होंने पासवान की विचारधारा पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह राज्य में बढ़ते अपराधों पर टिप्पणी करते हैं, लेकिन उसी सरकार का समर्थन भी करते हैं। यादव ने नीतीश कुमार की सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह अपराधियों को जेलों से रिहा कर रही है। जानें इस राजनीतिक विवाद के पीछे की पूरी कहानी और बिहार की वर्तमान स्थिति।
 

तेजस्वी यादव की चिराग पासवान पर टिप्पणी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पर तीखा हमला किया। पासवान ने व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता जताई थी। एनडीए के प्रमुख सहयोगी के रूप में, पासवान ने खेमका की उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या के बाद नीतीश कुमार की सरकार की आलोचना की। इस पर यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि पासवान राज्य में बढ़ते अपराधों पर टिप्पणी करते हैं, लेकिन उसी सरकार का समर्थन भी करते हैं।


चिराग पासवान की विचारधारा पर सवाल

राजद नेता ने आगे कहा कि चिराग पासवान के पास स्पष्ट विचारधारा की कमी है। वह राज्य में हो रहे अपराधों पर बात करते हैं, लेकिन सरकार का समर्थन भी करते हैं। यादव ने आरोप लगाया कि पासवान उन लोगों का समर्थन कर रहे हैं जो संविधान को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पासवान ने बिहार के लिए कुछ नहीं किया, न ही मंत्री के रूप में और न ही किसी अन्य भूमिका में।


चुनाव में चिराग पासवान की स्थिति

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि पासवान वर्तमान में अपने सहयोगी जीतन राम मांझी के साथ संघर्ष में हैं और यह स्पष्ट नहीं है कि वह इस साल बिहार चुनाव में भाग लेंगे या नहीं। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि चिराग पासवान आगे क्या करेंगे।" यादव ने यह भी कहा कि पासवान दो बार सांसद रह चुके हैं, लेकिन उन्होंने राज्य के लिए क्या किया है, यह सवाल उठाया।


नीतीश कुमार पर आरोप

आरजेडी नेता ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सीएम ने "अपनी नैतिकता बेच दी है" और बिहार में "राक्षस राज" का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और नीतीश कुमार के शासन में अपराधियों को जेलों से रिहा किया जा रहा है और राज्य में अराजकता और अपराध के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।