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तेजस्वी यादव के बयान पर ललन सिंह का तीखा जवाब

केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के हालिया बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के आरोपों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए और बिहार में कानून-व्यवस्था में सुधार की बात की। तेजस्वी ने गोपाल खेमका की हत्या के मामले में राजग सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले कुछ दशकों में राज्य में 65,000 हत्याएं हुई हैं। इस विवाद में दोनों नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी जारी है, जो बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है।
 

ललन सिंह का पलटवार

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तेजस्वी के आरोपों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। ललन सिंह ने यह भी पूछा कि क्या मुख्यमंत्री को किसी घटना पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए या नहीं। उन्होंने तेजस्वी को उनके माता-पिता के शासनकाल की याद दिलाई, जब राज्य में संगठित अपराध, अपहरण और नरसंहार की घटनाएं आम थीं। उन्होंने कहा कि आज की स्थिति में, घटनाओं के बाद त्वरित कार्रवाई होती है और आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है।


गोपाल खेमका हत्या मामले पर चर्चा

ललन सिंह ने यह भी कहा कि गोपाल खेमका हत्या मामले में सभी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्होंने लालू यादव के शासनकाल में कार्रवाई की कमी पर सवाल उठाया। उनके अनुसार, नीतीश कुमार के 20 साल के कार्यकाल में एसपी को फोन करने की जरूरत नहीं पड़ी, जबकि लालू यादव सिपाही और इंस्पेक्टर से भी संवाद करते थे। उन्होंने यह भी कहा कि लालू यादव के समय में राज्य में प्रायोजित अपराध होते थे।


तेजस्वी यादव का आरोप

तेजस्वी यादव ने गोपाल खेमका की हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के शासन में बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में राज्य में 65,000 हत्याएं हुई हैं। खेमका की हत्या शुक्रवार रात 11:40 बजे गांधी मैदान इलाके में हुई, जब एक अज्ञात हमलावर ने उन्हें गोली मारी।


तेजस्वी का ट्वीट

तेजस्वी ने 'एक्स' पर लिखा, "अगर किसी को बिहार की बिगड़ी कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर गुस्सा नहीं आ रहा है, तो समझिए कि उस व्यक्ति का न्यायिक चरित्र और मानवीय संवेदना मर चुकी है।" उन्होंने कहा कि राजग के शासन में 65,000 हत्याएं हो चुकी हैं, फिर भी मुख्यमंत्री कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। तेजस्वी ने खेमका की हत्या को सत्ता संरक्षित अपराधियों का काम बताया और कहा कि सात साल पहले खेमका के बेटे गुंजन की भी हत्या हुई थी, लेकिन हत्यारे अब भी बाहर हैं।