तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: 72 लाख वोट बदलाव के लिए, नीतीश को नहीं बचाने के लिए
तेजस्वी यादव का बयान
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में कहा कि उन्होंने पहले ही बताया था कि 14 तारीख को वोटों की गिनती होगी और 18 तारीख को शपथ ग्रहण समारोह होगा। उनके अनुसार, जो फीडबैक उन्हें मिल रहा है, उससे एनडीए के सदस्यों में घबराहट है। बिहार में मतदान के दो चरणों के बाद, तेजस्वी ने अपने सरकारी आवास पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बातें साझा की।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि एनडीए ने आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया कि मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह गलत सर्वेक्षण दिखा रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान के शहरों पर कब्जे का दावा किया गया है। उन्होंने कहा कि यह वही मीडिया है जिसने बिहार में घुसपैठियों को भी शामिल किया था।
तेजस्वी ने कहा कि जो सर्वेक्षण दिखाए जा रहे हैं, उनके सैंपल साइज के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पीएमओ से जो निर्देश आते हैं, वही मीडिया में प्रसारित होते हैं। 2020 के चुनावों की तुलना में इस बार 72 लाख अधिक वोट पड़े हैं।
ये वोट नीतीश कुमार को बचाने के लिए नहीं पड़े
तेजस्वी ने कहा कि यदि 72 लाख वोटों को 243 विधानसभा सीटों में बांटा जाए, तो हर विधानसभा में लगभग 29,500 वोट बढ़े हैं। यह वोट नीतीश कुमार को बचाने के लिए नहीं, बल्कि सरकार बदलने के लिए पड़े हैं। उन्होंने कहा कि 16-17% लोग नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते थे। बिहार की जनता सब कुछ समझती है और इस बार प्रशासन पर दबाव डालने की आवश्यकता है।
लोकतंत्र की हत्या के लिए मिलिट्री से फ्लैग मार्च
तेजस्वी ने कहा कि दहशत पैदा करने के लिए मिलिट्री से फ्लैग मार्च करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में भी लोगों ने बदलाव के लिए वोट दिया था, लेकिन बेईमानी हुई थी। इस बार महागठबंधन भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रहा है।
18 को हम शपथ ग्रहण करेंगे
तेजस्वी ने कहा कि 18 तारीख को वे शपथ ग्रहण करेंगे। उन्होंने मीडिया पर भी कटाक्ष किया कि कुछ चैनल्स ने मोदी जी की सीटों को 400 के पार दिखाया था। उन्होंने कहा कि यह समय है जब नौकरी वाली सरकार आएगी और कलम राज स्थापित होगा।