तेजस्वी यादव का एनडीए सरकार पर हमला: बिहार में बेरोजगारी और पलायन की समस्या
बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक, तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने राज्य को बेरोजगारी और पलायन का केंद्र बना दिया है। उन्होंने नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी से कई सवाल पूछे, जिसमें बिहार की प्रति व्यक्ति आय और उद्योगों की स्थिति शामिल है। तेजस्वी ने राज्य में विकास की कमी और भ्रष्टाचार पर भी चिंता जताई। जानें उनके विचार और आगामी चुनावों की स्थिति के बारे में।
Sep 8, 2025, 14:24 IST
तेजस्वी यादव का आरोप
बिहार विधानसभा चुनाव के समीप आते ही, पूर्व उपमंत्री और राजद विधायक तेजस्वी यादव ने सोमवार को एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने बिहार को बेरोजगारी, पलायन और गरीबी का केंद्र बना दिया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में, तेजस्वी ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से नीतीश और मोदी की सरकारों के शासन में बिहार की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह केवल उनका दावा नहीं है, बल्कि भारत सरकार की नीति आयोग की रिपोर्टें भी यही दर्शाती हैं। तेजस्वी ने यह भी बताया कि बिहार की प्रति व्यक्ति आय युगांडा और रवांडा जैसे गरीब अफ्रीकी देशों से भी कम है।
नीतीश और मोदी से सवाल
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे ने अपने पोस्ट के माध्यम से नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि बिहार बेरोजगारी का केंद्र क्यों बना हुआ है और पिछले 20 वर्षों में पलायन की दर में वृद्धि क्यों हुई है। इसके अलावा, तेजस्वी ने यह भी पूछा कि सरकार ने राज्य में क्षेत्र-विशिष्ट क्लस्टर क्यों नहीं बनाए और कितनी मिलें तथा उद्योग बंद हुए हैं। उन्होंने परीक्षा और भर्ती प्रक्रियाओं की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाए।
एनडीए सरकार की आलोचना
रविवार को तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता यह पूछेगी कि क्या प्रधानमंत्री मोदी गुजरात में कारखाने लगाकर बिहार में जीत हासिल कर सकते हैं। उन्होंने राज्य में विकास की कमी को लेकर भी एनडीए सरकार की आलोचना की। पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा, "बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ गया है। शिक्षा, सिंचाई और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद खराब है। प्रति व्यक्ति आय और निवेश के मामले में बिहार सबसे निचले पायदान पर है।" इस बीच, बिहार में इस साल के अंत में चुनाव होने की संभावना है, हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक तारीखों की घोषणा नहीं की है।