तमिलनाडु की राजनीति में उथल-पुथल: पिता-पुत्र का विवाद और अन्य घटनाएँ
तमिलनाडु की राजनीति में हाल ही में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटित हुई हैं। पीएमके के संस्थापक रामदास ने अपने बेटे अंबुमणि को पार्टी से निष्कासित कर दिया है, जबकि अन्नाद्रमुक में आंतरिक चुनौतियाँ बढ़ रही हैं। इसके अलावा, अभिनेता विजय के राजनीतिक प्रवेश पर भी विवाद है। राज्य के बाहर, केरल के मुख्यमंत्री ने भाजपा को चेतावनी दी है, और आंध्र प्रदेश सरकार नेपाल में फंसे नागरिकों को निकालने के प्रयास कर रही है। जानें इन घटनाओं का राज्य की राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
Sep 11, 2025, 18:14 IST
राजनीतिक संकट और विवाद
तमिलनाडु में पट्टाली मक्कल कच्ची (पीएमके) के संस्थापक रामदास ने अपने बेटे अंबुमणि रामदास को पार्टी के खिलाफ गतिविधियों के चलते निष्कासित कर दिया है। इसी बीच, अन्नाद्रमुक को आंतरिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वरिष्ठ नेता सेंगोट्टायन ने पार्टी प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इसमें निष्कासित नेताओं के पुनर्मिलन की मांग की गई है, जिससे अन्नाद्रमुक और सत्तारूढ़ द्रमुक के बीच राजनीतिक बहस और तेज हो गई है। अभिनेता विजय के राजनीतिक प्रवेश और उनके प्रचार कार्यक्रम पर भी सवाल उठाए गए हैं, द्रविड़ दलों और भाजपा ने उन्हें सप्ताहांत का राजनेता करार दिया है।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ
तमिलनाडु के बाहर, हैदराबाद के कुकटपल्ली में दो घरेलू कामगारों द्वारा 50 वर्षीय महिला की हत्या की घटना सामने आई है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने वैश्विक अयप्पा शिखर सम्मेलन के विवाद के बीच भाजपा को चेतावनी दी है कि पार्टी को वोट देने से "केरल की संस्कृति और पवित्रता नष्ट हो सकती है।" कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने एबीवीपी के एक कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति को लेकर स्पष्टीकरण दिया है कि वह रानी अब्बक्का के सम्मान में थे। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश सरकार नेपाल में फंसे अपने 200 से अधिक नागरिकों को निकालने के लिए विशेष उड़ानों का प्रबंध कर रही है और हेल्पलाइन नंबर जारी कर रही है।