×

डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों का असर: अमेरिका की जीडीपी में रिकॉर्ड वृद्धि

डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों का असर अब स्पष्ट हो चुका है, जब अमेरिका की जीडीपी में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.3 प्रतिशत की वृद्धि ने सभी को चौंका दिया है। जानें इस वृद्धि के पीछे के कारण और ट्रंप की नीतियों की सफलता की कहानी। क्या यह वृद्धि स्थायी होगी? जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
 

ट्रंप का सपना और उसकी हकीकत

डोनाल्ड ट्रंपImage Credit source: David Jensen/Getty Images

लगभग एक वर्ष पूर्व, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के लिए एक महत्वाकांक्षी सपना देखा था, और अप्रैल में उन्होंने उस दिशा में कदम बढ़ाया। अब, उनके प्रयासों के परिणाम सामने आ चुके हैं। इन परिणामों के बाद, सभी का कहना है कि ट्रंप ने अपनी क्षमता साबित कर दी है और पूरी दुनिया उन्हें सलाम कर रही है। वास्तव में, अमेरिका के जीडीपी के आंकड़े अब सामने आ चुके हैं, जिसमें तीसरी तिमाही में 4 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो कि पूर्वानुमान से कहीं अधिक है।


अर्थव्यवस्था में वृद्धि के कारण

यह ध्यान देने योग्य है कि इस वृद्धि ने पिछले दो वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जबकि उनकी टैरिफ नीति की आलोचना अमेरिका और वैश्विक स्तर पर हो रही थी, सभी का मानना था कि ट्रंप की नीतियों के कारण अमेरिका की अर्थव्यवस्था कमजोर होगी। लेकिन आंकड़े उनकी सफलता की कहानी बयां कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आंकड़े क्या कहते हैं।

अर्थव्यवस्था की मजबूती

इस साल की जुलाई-सितंबर तिमाही में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 4.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी है, जो पिछले दो वर्षों में सबसे तेज वृद्धि है। उपभोक्ता खर्च, सरकारी व्यय और निर्यात में मजबूती के चलते यह वृद्धि अनुमान से कहीं अधिक रही। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान जीडीपी की वृद्धि अप्रैल-जून तिमाही के 3.8 प्रतिशत से अधिक रही। यह वृद्धि दर विश्लेषकों के पूर्वानुमान से भी तेज रही है।


महंगाई और उपभोक्ता खर्च

महंगाई के प्रभाव

हालांकि, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि महंगाई अभी भी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की वांछनीय सीमा से ऊपर बनी हुई है। फेड रिजर्व का पसंदीदा महंगाई सूचकांक सितंबर तिमाही में 2.8 प्रतिशत हो गया, जो जून तिमाही में 2.1 प्रतिशत था। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में लगभग 70 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाला उपभोक्ता खर्च पिछले तिमाही में 3.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। वहीं, सरकारी उपभोग और निवेश 2.2 प्रतिशत बढ़ा, जिसे राज्य और स्थानीय स्तर पर खर्च एवं संघीय रक्षा व्यय से समर्थन मिला।


निजी निवेश में कमी

निजी निवेश की स्थिति

इसके विपरीत, पिछले तिमाही में निजी व्यवसाय निवेश में 0.3 प्रतिशत की कमी आई। हालांकि, यह जून तिमाही में आई 13.8 प्रतिशत की गिरावट की तुलना में काफी कम है। आलोच्य अवधि में अमेरिका के निर्यात में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि आयात 4.7 प्रतिशत घट गया। रिपोर्ट के अनुसार, अर्थव्यवस्था की बुनियादी मजबूती दर्शाने वाला एक सूचकांक तीन प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि जून तिमाही में यह 2.9 प्रतिशत बढ़ा था।


श्रम बाजार की चुनौतियाँ

लेबर मार्केट की स्थिति

महंगाई के दबाव के बावजूद, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने 2025 के अंत तक लगातार तीन बार ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके लिए श्रम बाजार में आई कमजोरी एक प्रमुख कारण रही है। पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में 64,000 नई नौकरियां जुड़ीं जबकि अक्टूबर में रोजगार में 1.05 लाख की गिरावट दर्ज की गई थी। पिछले महीने बेरोजगारी दर बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गई, जो 2021 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।