×

डॉ. रोहिणी घावरी: चंद्रशेखर आजाद पर आरोप लगाने वाली पीएचडी स्कॉलर की कहानी

डॉ. रोहिणी घावरी, जो चंद्रशेखर आजाद पर आरोप लगाने के लिए चर्चा में हैं, एक पीएचडी स्कॉलर हैं। उन्होंने स्विट्जरलैंड में उच्च शिक्षा प्राप्त की और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की। जानें उनके करियर और विवाद के बारे में अधिक जानकारी।
 

डॉ. रोहिणी घावरी का विवाद

डॉ रोहिणी घावरीImage Credit source: @DrRohinighavari

डॉ. रोहिणी घावरी और सांसद चंद्रशेखर आजाद के बीच चल रहा विवाद अब और बढ़ गया है। रोहिणी ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ऑडियो क्लिप साझा की है, जिसमें चंद्रशेखर आजाद की आवाज में गाली-गलौज सुनी जा सकती है। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन यह माना जा रहा है कि यह उनके विरोधियों के लिए कहा गया है। इस ऑडियो को साझा करते हुए, रोहिणी ने कहा कि वह जल्द ही बहनजी को कहे गए अपशब्दों की रिकॉर्डिंग भी जारी करेंगी। आइए जानते हैं कि डॉ. रोहिणी घावरी कौन हैं और उनकी शिक्षा का सफर कैसा रहा है।


स्विट्जरलैंड में उच्च शिक्षा

डॉ. रोहिणी घावरी इंदौर, मध्यप्रदेश की निवासी हैं और वाल्मीकि समुदाय से संबंधित हैं। उनके पिता इंदौर के एक बीमा अस्पताल में सफाई कर्मचारी हैं। वर्ष 2019 में, उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड जाने का निर्णय लिया।


बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी

डॉ. रोहिणी घावरी एक पीएचडी स्कॉलर हैं, जिन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है। उन्हें अपनी पीएचडी पूरी करने के लिए 1 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप भी मिली थी। इससे पहले, उन्होंने इंस्टिट्यूट ऑफ कॉमर्स से फॉरेन ट्रेड में बीबीए और इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से मार्केटिंग में एमबीए की डिग्री हासिल की थी।


यूनाइटेड नेशंस में भाषण

पिछले पांच वर्षों से, रोहिणी स्विट्जरलैंड में एक एनजीओ चला रही हैं, जो सामाजिक मुद्दों पर काम करता है। वह पहली बार तब चर्चा में आईं जब उन्होंने यूनाइटेड नेशंस में अपने भाषण की शुरुआत 'जय श्री राम' से की थी। 2019 में, जब वह पढ़ाई के लिए विदेश गई थीं, तब उनका चंद्रशेखर आजाद से संपर्क हुआ था।

यह खबर भी पढ़ें– Indias First Air-conditioned Govt School: अब क्लासरूम में छात्रों को नहीं लगेगी गर्मी, देश का पहला AC वाला सरकारी स्कूल तैयार