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डिजिलॉकर: छात्रों के लिए दस्तावेजों का सुरक्षित समाधान

डिजिलॉकर एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो छात्रों को उनके दस्तावेजों को सुरक्षित रखने में मदद करता है। यह न केवल कागजों की झंझट को खत्म करता है, बल्कि दस्तावेजों की सुरक्षा और पहुंच को भी सुनिश्चित करता है। जानें डिजिलॉकर के 5 प्रमुख लाभ और क्यों हर छात्र को इसे अपनाना चाहिए।
 

डिजिलॉकर का महत्व

डिजिलॉकर (फाइल फोटो)

छात्र अब अपने सर्टिफिकेट्स या मार्कशीट खोने की चिंता से मुक्त हो सकते हैं, क्योंकि सरकार ने इस समस्या का समाधान पेश किया है। डिजिलॉकर एक सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2015 में डिजिटल इंडिया पहल के तहत शुरू किया था। कॉलेज या नौकरी के लिए आवेदन करते समय, यह प्लेटफॉर्म बेहद उपयोगी साबित होता है। इसलिए, हर छात्र को 12वीं पास करने से पहले इसमें अकाउंट बनाना चाहिए, ताकि भविष्य में दस्तावेजों की समस्याओं से बचा जा सके। आइए जानते हैं डिजिलॉकर के 5 प्रमुख लाभ।


दस्तावेजों की सुरक्षा

इसका मुख्य उद्देश्य देश को पेपरलेस और डिजिटल बनाना है, ताकि हर व्यक्ति अपने आवश्यक दस्तावेजों को कहीं से भी एक्सेस कर सके। डिजिलॉकर में अकाउंट बनाना बेहद सरल है, इसके लिए केवल आधार कार्ड नंबर की आवश्यकता होती है। एक बार अकाउंट बन जाने पर, छात्र अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे आधार, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, और स्कूल एवं कॉलेज की मार्कशीट्स को डिजिटल रूप में सुरक्षित रख सकते हैं।


डिजिलॉकर के 5 प्रमुख लाभ

सभी दस्तावेज एक स्थान पर

डिजिलॉकर में छात्र अपने सभी सर्टिफिकेट्स और दस्तावेजों को एक ही स्थान पर संग्रहित कर सकते हैं, जिससे कागजों की झंझट समाप्त हो जाती है।

हर समय, हर जगह पहुंच

इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से, कोई भी दस्तावेज कभी भी और कहीं से भी डाउनलोड या साझा किया जा सकता है।

सुरक्षा की गारंटी

डिजिलॉकर एक सरकारी प्लेटफॉर्म है, जिसमें डेटा एन्क्रिप्शन तकनीक से सुरक्षित रहता है।

सरकारी और शैक्षणिक संस्थानों में मान्यता

डिजिलॉकर से निकले दस्तावेज सरकारी कार्यालयों और विश्वविद्यालयों में पूरी तरह मान्य होते हैं।

पेपरलेस और पर्यावरण के अनुकूल

दस्तावेजों की डिजिटल स्टोरेज से कागज की खपत में कमी आती है, जिससे पर्यावरण को भी लाभ होता है।


डिजिलॉकर अकाउंट बनाकर, छात्र न केवल अपने दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि भविष्य में एडमिशन और नौकरी के आवेदन जैसी प्रक्रियाओं को भी सरल बना सकते हैं। इसलिए, 12वीं पास करने से पहले हर छात्र को डिजिलॉकर में अकाउंट बनाना चाहिए।