डंकी रूट मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, 19 करोड़ की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने डंकी रूट मामले में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में 6 किलो सोने के बिस्किट और 313 किलो चांदी सहित 19 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई। जांच में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत मिले हैं, जो अवैध इमिग्रेशन रैकेट के नेटवर्क को उजागर करते हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और ED की कार्रवाई के पीछे की कहानी।
Dec 19, 2025, 15:27 IST
डंकी रूट मामले में ED की छापेमारी
डंकी रूट केस में ED की 3 राज्यों में तलाशी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने डंकी रूट मामले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। जालंधर स्थित कार्यालय ने पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 स्थानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत और खुलासे हुए हैं। छापेमारी में 6 किलो सोने के बिस्किट और 313 किलो चांदी सहित 19 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद की गई है।
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि यह सर्च ऑपरेशन अवैध इमिग्रेशन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के तहत किया गया। गुरुवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 व्यवसायिक और आवासीय ठिकानों पर यह कार्रवाई की गई।
4 करोड़ रुपये कैश और 313 किलो चांदी जब्त
इस छापेमारी में एजेंसी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत मिले हैं, जो डंकी रूट के नेटवर्क को उजागर करते हैं। दिल्ली के एक ट्रैवल एजेंट के ठिकाने से लगभग 4.62 करोड़ रुपये कैश, 313 किलो चांदी और 6 किलो सोने के बिस्किट बरामद हुए। इनकी कुल बाजार मूल्य लगभग 19.13 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके अलावा, डंकी कारोबार से जुड़े अन्य लोगों के साथ की गई बातचीत और अन्य आपत्तिजनक सबूत भी मिले हैं।
हरियाणा में एक प्रमुख खिलाड़ी के ठिकाने से इस अवैध धंधे से जुड़े कई रिकॉर्ड और दस्तावेज बरामद हुए हैं। जांच में यह भी सामने आया कि वह लोगों को मैक्सिको के रास्ते अमेरिका भेजने के लिए उनकी संपत्ति के कागजात अपने पास रखता था।
जालंधर के जोनल ऑफिस ने की तलाशी
यह तलाशी ईडी के जालंधर जोनल ऑफिस द्वारा एक चल रही जांच के तहत की गई। यह जांच एक ऐसे नेटवर्क के बारे में है जो कथित तौर पर भारतीयों को अवैध रूप से विदेश भेजता था। 'डंकी' शब्द का उपयोग आमतौर पर प्रवासियों द्वारा दूसरे देशों में अवैध रूप से घुसने के लिए की जाने वाली कठिन यात्रा के लिए किया जाता है।
यह जांच इस साल फरवरी में 330 भारतीय नागरिकों को एक मिलिट्री कार्गो विमान से अमेरिका से भारत भेजे जाने के बाद दर्ज की गई कई FIR के बाद शुरू की गई थी। एजेंसी के अनुसार, यह पता चला कि वापस भेजे गए लोगों को एक जटिल नेटवर्क के माध्यम से 'डंकी' रूट के जरिए अमेरिका भेजा गया था।
ED को जांच में मिले कई महत्वपूर्ण सबूत
अधिकारियों ने बताया कि पहले के सर्च ऑपरेशन और जांच के दौरान जुटाए गए सबूतों से अवैध इमिग्रेशन रैकेट में अन्य ऑपरेटिव्स की संलिप्तता का पता चला था। इन लोगों और संस्थाओं को इस ताजा छापेमारी में निशाना बनाया गया। एजेंसी ने हाल ही में आरोपी व्यक्तियों की 5.41 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अस्थायी रूप से अटैच की है, जो कि 'डंकी' रूट के जरिए अवैध रूप से विदेश भेजने के पैसे से हासिल की गई थी।