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ट्रेन में जूठे कंटेनरों की सफाई का वीडियो वायरल, IRCTC ने दी सफाई

एक वायरल वीडियो में ट्रेन के पैंट्री स्टाफ को जूठे डिस्पोजेबल कंटेनरों को धोते हुए दिखाया गया है, जिससे यात्रियों में गुस्सा और बहस छिड़ गई है। IRCTC ने इस पर सफाई दी है कि ये कंटेनर केवल एक बार के उपयोग के लिए होते हैं और उन्हें फेंकने से पहले साफ किया जा रहा था। PIB ने भी इस दावे को भ्रामक बताया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और वीडियो देखें।
 

ट्रेन में गंदगी का वीडियो वायरल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से फैल रहा है, जिसने ट्रेन यात्रा करने वालों के बीच गुस्से और बहस को जन्म दिया है। इस वायरल क्लिप में पैंट्री स्टाफ को वॉश बेसिन में जूठे डिस्पोजेबल कंटेनरों को धोते हुए देखा जा सकता है। लोग इस वीडियो को शेयर कर यह आरोप लगा रहे हैं कि इन कंटेनरों का पुनः उपयोग किया जा रहा है।Image Credit source: X/@shukul_123


जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़क उठा। कई यूजर्स ने रेलवे की खानपान सेवाओं और स्वच्छता पर सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, "जूठे कंटेनरों को धोकर उनमें फिर से खाना परोसना बेहद गंदा है। अगर यात्री बीमार पड़ते हैं, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?"


दूसरे ने पूछा, "क्या यात्रियों को बीमार करने का ठेका लिया गया है?" कई लोगों ने यह भी दावा किया कि यह वीडियो इरोड-जोगबनी अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) में रिकॉर्ड किया गया था।


IRCTC की प्रतिक्रिया

IRCTC का आया जवाब

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, रेलवे में खानपान सेवाओं का प्रबंधन करने वाली IRCTC ने तुरंत जांच शुरू की। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये कंटेनर केवल एक बार के उपयोग के लिए होते हैं। स्टाफ ने बताया कि वे कंटेनरों को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें फेंकने से पहले साफ कर रहे थे। इसके साथ ही वेंडर और स्टाफ का बयान भी साझा किया गया।


इस वीडियो की तुरंत जांच की गई

कैसरोल का उपयोग केवल एक बार किया गया है, न कि दोबारा खानपान या उपभोग हेतु। इसे clean कर डिस्पोज किया जा रहा है। इस संबंध में की गई तथ्यात्मक जांच से यह स्पष्ट रूप से सिद्ध होता है।

खानपान के लिए कैसरोल का दुबारा उपयोग जैसी भ्रामक ख़बरें ना फैलाएँ ।


PIB की पुष्टि

PIB ने दावे को बताया झूठा

प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने भी इस दावे को भ्रामक बताया है। PIB ने एक्स पर लिखा, "कंटेनरों को दोबारा उपयोग नहीं किया गया था। उन्हें फेंकने से पहले साफ किया जा रहा था।" इसका मतलब है कि वीडियो को गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है।


सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ट्रेन संख्या 16601 में यात्रियों को परोसे गए कैसरोल कंटेनरों को पेंट्री कार कर्मचारी दोबारा इस्तेमाल कर रहे हैं:

❌ यह दावा भ्रामक है

✅ यात्रियों को परोसे गए कंटेनरों का पुनः उपयोग नहीं किया गया।


वीडियो देखें

यहां देखिए वीडियो

करोड़ो का घोटाला, रेल्वे अधिकारी अपनी मिलीभगत से लोगों को मैला, गंदा, कीड़े लगा डिस्पोजल पानी से धो खाना परोस रहा है, कोई व्रत रखा होगा, कोई बीमार होगा, उसे इसी डिस्पोजल में परोसा जा रहा है
ट्रेन 16601