ट्रंप के टैरिफ से क्रिप्टो बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों को 9.5 अरब डॉलर का नुकसान
क्रिप्टो करेंसी बाजार में हलचल
क्रिप्टो करेंसी बाजार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज सुबह एक नया टैरिफ लागू करने की घोषणा की। यह टैरिफ भारत पर नहीं, बल्कि चीन पर लगाया गया है। ट्रंप ने चीन से आयातित सामानों पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिससे अमेरिकी बाजार में हलचल मच गई। इस घोषणा के बाद क्रिप्टो बाजार में भी भारी गिरावट आई, जिससे निवेशकों को 9.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर बताया कि 1 नवंबर 2025 से अमेरिका चीन पर मौजूदा टैरिफ के अलावा 100% टैरिफ लगाएगा। इसके साथ ही, उसी दिन से सभी महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर निर्यात नियंत्रण लागू होंगे। ट्रंप ने कहा कि यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि चीन ने लगभग हर उत्पाद पर निर्यात नियंत्रण लगाने की योजना बनाई है, जिसे उन्होंने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए खतरनाक बताया। वर्तमान में अमेरिका चीन के उत्पादों पर 30% टैरिफ लगाता है, और नए ऐलान के बाद यह कुल मिलाकर 130% हो जाएगा.
क्रिप्टो बाजार में गिरावट
क्रिप्टो बाजार में भारी गिरावट आई है। ट्रंप के ऐलान के बाद बिटकॉइन और इथेरियम जैसी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के दाम तेजी से गिरे। आज सुबह बिटकॉइन 10% से अधिक गिरकर 1,10,000 डॉलर से नीचे चला गया, लेकिन बाद में यह थोड़ा सुधरकर 1,13,096 डॉलर पर पहुंचा। दूसरी ओर, इथेरियम में 11.2% की गिरावट आई और यह 3,878 डॉलर पर आ गया। इसके अलावा, बीएनबी, Solana और XRP जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी में भी 14% से 18% तक की गिरावट देखी गई।
क्रिप्टो के दाम गिरने के कारण
चीन ने घोषणा की है कि वह रेयर अर्थ के निर्यात को रोकने की योजना बना रहा है। यदि ऐसा होता है, तो इसका असर अमेरिकी टेक-ऑटो बाजार पर भी पड़ेगा। इसी के जवाब में राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया। अब सवाल यह है कि टैरिफ के इस फैसले से क्रिप्टो करेंसी बाजार पर दबाव क्यों पड़ा। इसका मुख्य कारण क्रिप्टो माइनिंग है। निवेशकों को चिंता है कि यह तनाव क्रिप्टो माइनिंग और तकनीकी क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकता है.