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टोंक मंडी में चने और सरसों की खरीद में कमी, किसानों की चिंता बढ़ी

राजस्थान के टोंक जिले में कृषि उपज मंडी में चने और सरसों की सरकारी खरीद में कमी आई है, जिससे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। हालाँकि, मंडी में चने और सरसों की आवक जारी है, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीद केंद्रों पर किसानों की उपस्थिति कम है। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और मंडी में चल रही गतिविधियों के बारे में।
 

टोंक मंडी में कृषि उपज की स्थिति


टोंक मंडी समाचार: राजस्थान के टोंक जिले में कृषि उपज मंडी परिसर में क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा चने की सरकारी खरीद केंद्र पर समर्थन मूल्य मिलने के बावजूद किसानों की आवक में कमी आई है। हालांकि, मंडी में चने और सरसों की आवक लगातार बनी हुई है। सरकारी खरीद के तहत चने की कीमत 400 रुपये प्रति क्विंटल घटने के बावजूद किसान अपनी फसल व्यापारियों को बेच रहे हैं।

1 अप्रैल से 10 जून के बीच टोंक मंडी में 2 लाख 85 हजार 692 बोरी सरसों की आवक हुई है, जबकि 17 हजार 208 बोरी चने की आवक दर्ज की गई है। इसके अलावा, टोंक और आसपास के क्षेत्रों में 5 खरीद केंद्रों पर भी आवक में कमी देखी जा रही है। क्रय विक्रय समिति के अधिकारियों के अनुसार, इन 5 केंद्रों पर अब तक 13,127 बोरी सरसों और 11,913 बोरी चने की खरीद की गई है। 

बुधवार को सभी समर्थन मूल्य खरीद केंद्रों पर कोई भी किसान जिंस बेचने नहीं आया। उल्लेखनीय है कि अप्रैल से जिले के 30 केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर सरसों और चने की खरीद की जा रही है। सरकारी दर पर सरसों 5950 रुपये और चना 5650 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है। वहीं, खुली मंडी में गुरुवार को सरसों का भाव 6100 से 6300 रुपये प्रति क्विंटल और चने का 5150 से 5250 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा।

टोंक उपज मंडी में सरसों की आवक मार्च में 1,44,331, अप्रैल में 83,672, मई में 49,064 और 10 जून तक 8,625 कट्टों की हुई। वहीं, चने की आवक मार्च में 1,378, अप्रैल में 8,862, मई में 5,915 और जून में अब तक 1,053 कट्टों की हुई है।