टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर का निलंबन: विवादास्पद टिप्पणी के बाद पार्टी की कार्रवाई
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने विधायक हुमायूं कबीर को विवादास्पद टिप्पणी के कारण निलंबित कर दिया है। कबीर ने बाबरी मस्जिद के समान एक मस्जिद बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे पार्टी ने सांप्रदायिक तनाव भड़काने का प्रयास बताया। उन्होंने ममता बनर्जी पर भी आरोप लगाए हैं कि वह आरएसएस के काम कर रही हैं। जानें कबीर के बयान और पार्टी की प्रतिक्रिया के बारे में इस लेख में।
Dec 4, 2025, 16:43 IST
टीएमसी ने विधायक को निलंबित किया
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने गुरुवार को देबरा के विधायक हुमायूं कबीर को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद के समान एक मस्जिद बनाने के संबंध में विवादास्पद बयान देने के बाद निलंबित कर दिया। पार्टी ने उन पर सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके बावजूद, हुमायूं कबीर अब भी बाबरी मस्जिद की तर्ज पर मस्जिद बनाने के अपने विचार पर अड़े हुए हैं।
हुमायूं कबीर का बयान
मीडिया से बातचीत में हुमायूं कबीर ने कहा कि जब मैंने कहा था कि नींव रखेंगे, तो नींव रखेंगे। सब कुछ बाद में बताया जाएगा। 25 बीघा ज़मीन पर एक इस्लामिक अस्पताल, रेस्ट हाउस, होटल-कम-रेस्टोरेंट, हेलीपैड, पार्क और मेडिकल कॉलेज बनेगा। थोड़ा इंतज़ार करो। चिंता मत करो। आने वाले दिनों में हम ये काम पूरा कर देंगे। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद में और कौन वादे करेगा? हुमायूँ कबीर को कौन रोक सकता है... मैं उन्हें चुनौती दे रहा हूँ।
ममता बनर्जी पर आरोप
हुमायूं कबीर ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह पहली बार सत्ता में आईं, तो उन्हें 182 सीटें मिलीं। मुझे उनकी ज़रूरत थी। मुझे पार्टी में शामिल किया गया...मेरे साथ 12-13 सालों तक ऐसा क्यों किया गया? मुझे पार्टी में क्यों शामिल किया गया?...आज, सीएम लोगों से पैसे लेकर जगन्नाथ मंदिर बनवाती हैं, वे दुर्गा पूजा के लिए पैसे देते हैं। मुस्लिम मौलवियों को 3000 रुपये भत्ता दिया जाता है; सभी भत्तों को मिलाकर 54,000 रुपये दिए जा रहे हैं। जबकि समितियों को हर साल 1,10,000 रुपये दिए जाते हैं। वह आरएसएस का काम कर रही हैं।
बाबरी मस्जिद का इतिहास
छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था। तृणमूल के वरिष्ठ नेता फिरहाद हाकिम ने निलंबन की घोषणा करते हुए कहा कि कबीर का व्यवहार ऐसे समय में घोर अनुशासनहीनता है, जब पार्टी राज्य में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए काम कर रही है। मुर्शिदाबाद के नेता अखरुज्जमां और नियामत शेख की मौजूदगी में हाकिम ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मंजूरी के बाद कबीर को निलंबित किया गया है।