झारखंड में महाकुंभ के लिए बेटे ने मां को घर में अकेला छोड़ा
प्रयागराज महाकुंभ का चौंकाने वाला मामला
झारखंड के रामगढ़ से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सीसीएल कर्मचारी ने अपनी 65 वर्षीय मां को घर में अकेला छोड़कर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ प्रयागराज महाकुंभ जाने का निर्णय लिया। बुजुर्ग महिला घर में अकेली रह गईं और भूख के कारण उनकी कराहने की आवाज बाहर तक सुनाई देने लगी।
पड़ोसियों की मदद से बुजुर्ग महिला को बचाया गया
जब पड़ोसियों ने बुजुर्ग महिला की कराह सुनी, तो वे चौंक गए और तुरंत घर का ताला तोड़कर अंदर गए। वहां का दृश्य देखकर सभी हैरान रह गए, क्योंकि महिला भूख से तड़प रही थीं और उनकी हालत बहुत खराब थी।
बेटी और भाई ने की मदद
पड़ोसियों ने इस मामले की जानकारी महिला की बेटी को दी, जो कुछ ही घंटों में मौके पर पहुंच गईं। इसके अलावा, महिला का भाई भी वहां आया। बुजुर्ग महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां पड़ोसियों ने उन्हें खाना भी खिलाया।
बेटे का बयान
जब पड़ोसियों ने बेटे को फोन किया, तो उसने कहा कि उसने मां को खाना देकर ही घर छोड़ा था। उसने यह भी बताया कि मां ने उन्हें महाकुंभ जाने के लिए कहा था, हालांकि उनकी सेहत ठीक नहीं थी।
बेटी का निर्णय
बेटी ने अपनी मां की इस स्थिति को देखकर निर्णय लिया कि वह अब अपनी मां को अपने घर पर रखेगी। उसने कहा कि उसका भाई मां को उसके घर छोड़ सकता था, लेकिन उसने उन्हें अकेला छोड़कर महाकुंभ जाने का फैसला किया।
पुलिस का बयान
रामगढ़ के एसपी अजय कुमार ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि यह अमानवीय है। यदि पुलिस को इस मामले में कोई शिकायत मिलती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।