झारखंड पुलिस ने गैंगस्टर मयंक सिंह को अज़रबैजान से प्रत्यर्पित किया
झारखंड पुलिस ने गैंगस्टर मयंक सिंह को अज़रबैजान के बाकू से प्रत्यर्पित किया है। सिंह, जो 50 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल है, को अब रामगढ़ कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसकी आपराधिक गतिविधियों में व्यापारियों को धमकाना और जबरन वसूली शामिल है। पुलिस का मानना है कि उसका बिश्नोई गिरोह के साथ भी संबंध है। यह झारखंड पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि यह पहला सफल प्रत्यर्पण है।
Aug 23, 2025, 14:34 IST
गैंगस्टर मयंक सिंह का प्रत्यर्पण
झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने शनिवार को गैंगस्टर मयंक सिंह को अज़रबैजान के बाकू से भारत प्रत्यर्पित किया। मयंक, जिसे सुनील मीणा के नाम से भी जाना जाता है, पर झारखंड, राजस्थान, पंजाब और अन्य राज्यों में 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसे अब रामगढ़ कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उसकी रिमांड की मांग करेगी। एटीएस के एसपी ऋषव कुमार झा ने बताया कि यह झारखंड पुलिस के इतिहास में पहला सफल प्रत्यर्पण है, और हमें उम्मीद है कि अन्य अपराधियों को भी जल्द ही वापस लाया जाएगा।
मयंक सिंह का आपराधिक इतिहास
मयंक सिंह उर्फ़ सुनील मीणा कौन है?
मयंक सिंह के खिलाफ 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों के चलते वह भारत से भाग गया था, लेकिन उसने व्यापारियों को धमकाना और जबरन वसूली करना जारी रखा। इसी कारण वह इंटरपोल की निगरानी में आया और उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया। अक्टूबर 2024 में उसे अज़रबैजान के दातू में गिरफ्तार किया गया। यह ध्यान देने योग्य है कि वह अज़रबैजान से प्रत्यर्पित होने वाला पहला गैंगस्टर नहीं है; इससे पहले 2024 में संजीव कुमार उर्फ़ हर्ष को भी इसी देश से प्रत्यर्पित किया गया था।
सिंह का बिश्नोई गिरोह से संबंध
बिश्नोई गिरोह के साथ सिंह का कनेक्शन
झारखंड पुलिस का मानना है कि मयंक सिंह का गैंगस्टर अमन साहू के साथ गहरा संबंध है, और उसने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ भी संपर्क बनाए रखा है। इससे उन्हें अंतर-राज्यीय अभियानों में सहयोग मिला है। 2024 में, झारखंड पुलिस ने साहू के गिरोह के चार शूटरों को गिरफ्तार किया था। पुलिस का मानना है कि ये शूटर अपने कार्यों के लिए कोडनेम का उपयोग करते हुए सिंह के निर्देश पर बिश्नोई और साहू गिरोहों के अभियानों को अंजाम दे रहे थे।