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झारखंड के चतरा में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प, दो की मौत

झारखंड के चतरा जिले के गेंद्रा गांव में दो प्रतिकूल समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना रविवार रात को हुई, जिससे गांव में तनाव का माहौल बन गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए गश्त बढ़ा दी है। जानें इस घटना के पीछे की कहानी और इसके प्रभाव के बारे में।
 

चतरा में हुई हिंसक घटना


चतरा, 29 दिसंबर: झारखंड के चतरा जिले के कुंडा पुलिस थाना क्षेत्र के गेंद्रा गांव में दो प्रतिकूल समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए, पुलिस ने सोमवार को जानकारी दी।


यह घटना रविवार रात को हुई, जिससे गांव में आतंक और तनाव का माहौल बन गया है। मृतकों की पहचान देवेंद्र गंजू और चुरामन गंजू के रूप में हुई है।


पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, झड़प में शामिल दोनों समूह पहले प्रतिबंधित माओवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति समिति (TPC) से जुड़े हुए थे।


अधिकारियों के अनुसार, रविवार की मध्यरात्रि को देवेंद्र गंजू कुछ साथियों के साथ श्याम भोक्ता के घर पहुंचे। यहां एक पुरानी विवाद को लेकर देवेंद्र गंजू और श्याम भोक्ता के बीच बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई।


आरोप है कि झड़प के दौरान देवेंद्र गंजू और उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस फायरिंग में श्याम भोक्ता और उनके साले गोपाल गंजू को गंभीर गोली लग गई। इसके बाद की जवाबी फायरिंग में देवेंद्र गंजू और उसके साथी चुरामन गंजू की मौके पर ही मौत हो गई।


घटना की सूचना मिलने पर लोवालोंग पुलिस स्टेशन के प्रभारी प्रशांत मिश्रा, कुंडा पुलिस स्टेशन के प्रभारी प्रिंस कुमार, सिमरिया पुलिस निरीक्षक सनोज चौधरी और SSB की 35वीं बटालियन के कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लाया। पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


घायलों को पहले प्रतापगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बाद में डाल्टोंगंज (मेदिनीनगर) और फिर रांची के RIMS में भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।


प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह घटना TPC के पूर्व सदस्यों के बीच लंबे समय से चल रहे प्रतिकूलता और शक्ति संघर्ष से जुड़ी हुई है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, देवेंद्र गंजू पूर्व TPC सदस्य था और उसके खिलाफ 36 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। घायल श्याम भोक्ता भी पहले इस प्रतिबंधित संगठन से जुड़े हुए थे।


घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है, और निवासी डर के मारे घरों में रह रहे हैं। पुलिस ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है, और मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।