झारखंड के अस्पताल में चाय पीने के बाद छात्रा की हालत गंभीर
चाय पीने के बाद छात्रा की तबियत बिगड़ी
झारखंड के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान रिम्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग की एक प्रथम वर्ष की स्नातकोत्तर छात्रा को अस्पताल की कैंटीन से चाय पीने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को इस घटना की जानकारी दी।
सरकारी संस्थान के प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला संभवतः जहर से संबंधित है।
25 वर्षीय महिला ने अस्पताल के ऑर्थोपेडिक वार्ड के पास कैंटीन से चाय मंगवाई, जिसके बाद उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई। उसे तुरंत गहन चिकित्सा इकाई में ले जाया गया, जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया।
घटना की जानकारी और जांच
छात्रा बृहस्पतिवार रात ड्यूटी पर थी और कई चिकित्सकों ने कैंटीन से चाय मंगवाई थी। एक अधिकारी ने बताया, "छात्रा ने चाय को एक फ्लास्क में रखा ताकि जब वे फुर्सत में हों, तब पी सकें। काम खत्म करने के बाद, उसने चाय के कुछ घूंट लिए और कहा कि इसका स्वाद अच्छा नहीं है और इसकी गंध भी खराब है, इसलिए अन्य चिकित्सकों ने वह चाय नहीं पी।"
कुछ समय बाद, छात्रा की तबियत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई। उसे आपातकालीन कक्ष में ले जाया गया। एक अधिकारी ने कहा, "वह अब वेंटिलेटर पर है और अगले 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं। फ्लास्क और अन्य चीजों को जांच के लिए भेजा गया है, क्योंकि यह जहर का मामला प्रतीत होता है।"
अधिकारी की पुष्टि और कार्रवाई
रिम्स के प्रवक्ता डॉ. राजीव रंजन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, "यह केवल खाद्य विषाक्तता का मामला नहीं है। हमें संदेह है कि यह रासायनिक विषाक्तता का मामला है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।"
उन्होंने बताया कि स्नातकोत्तर छात्रा की हालत स्थिर लेकिन गंभीर है और कैंटीन को सील कर दिया गया है। इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चाय परोसने वाले कैंटीन के एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।