जोरहाट में बड़े हनी ट्रैप रैकेट का खुलासा, दो भाई फरार
जोरहाट में हनी ट्रैप रैकेट का मामला
जोरहाट, 2 जुलाई: सांस्कृतिक राजधानी जोरहाट में एक बड़े हनी ट्रैप रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसे भाई गजानन मुंडा और नंद किशोर मुंडा द्वारा चलाए जाने का आरोप है। इन पर एक स्थानीय व्यापारी से लगभग 70 लाख रुपये की वसूली करने का आरोप है।
पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 308(5) के तहत मामला दर्ज किया है, जिसका केस नंबर 308/25 है।
यह रैकेट मार्च 2022 से सक्रिय बताया जा रहा है, और इसकी जानकारी तब मिली जब बिक्री कर विभाग ने नंद किशोर मुंडा से जुड़े एक व्यवसाय, आर.डी. ट्रेडी, पर छापा मारा।
आरोपों के अनुसार, मुंडा भाइयों ने एक महिला और व्यापारी के बीच एक अश्लील वीडियो को गुप्त रूप से रिकॉर्ड करके व्यापारी को ब्लैकमेल किया। इस वीडियो के जरिए, उन्होंने लंबे समय तक पैसे वसूले, यह वादा करते हुए कि वे वीडियो को सार्वजनिक नहीं करेंगे।
जांच में पता चला कि व्यापारी ने पहले ही मुंडा भाइयों के बैंक खातों में 47.17 लाख रुपये का एक बड़ा भुगतान किया था।
हालांकि व्यापारी ने वीडियो के लीक होने से रोकने के लिए बड़ी राशि का भुगतान किया, लेकिन मुंडा से नए मांगें आती रहीं, जिसके बाद उसने जोरहाट सदर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई।
इस मामले में दो व्यक्तियों, परवेज हुसैन, ईदगाह समिति के सचिव, और रियाज हुसैन, जोरहाट जिले के ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) के सचिव, के नाम भी सामने आए हैं, हालांकि FIR में उनका सीधे तौर पर उल्लेख नहीं है।
परवेज और रियाज ने जांच में मदद के लिए जोरहाट सदर पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए पेश हुए हैं। परवेज ने लगातार दो दिनों तक जांच अधिकारी के सामने पेशी दी, जबकि AASU के जिला सचिव रियाज को भी बुलाया गया और उन्होंने आरोपों के जवाब में अपने बयान दिए।
इस बीच, मुख्य आरोपी मुंडा भाई फरार हैं और माना जा रहा है कि वे असम के बाहर छिपे हुए हैं। जोरहाट पुलिस इस रैकेट की व्यापक जांच के तहत दोनों की तलाश कर रही है।
आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, AASU की केंद्रीय समिति ने अपने जिला सचिव के नाम से जुड़े दावों की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच पैनल का गठन किया है।