जो लोया: एक बैंक डाकू से लेखक बनने की अनोखी कहानी
एक अनोखी डकैती की शुरुआत
एक दिन, जब बैंक बंद होने वाला था, एक व्यक्ति ने चुपचाप कैशियर के पास जाकर एक नोट रखा। उस नोट में लिखा था, 'मेरे पास बम और बंदूक है, सारे पैसे दे दो, नहीं तो बुरा होगा!' कैशियर ने डरते-डरते 4500 डॉलर उसे दे दिए। यह व्यक्ति था जो लोया, जिसने पैसे लेकर तेजी से बैंक से बाहर निकलकर एक टैक्सी ली और गायब हो गया।
इस घटना के बाद जो लोया ने कैलिफोर्निया में लगभग 24 बैंकों को लूटने का सिलसिला शुरू किया, जिसमें उसने ढाई लाख डॉलर की लूट की। दिलचस्प बात यह है कि उसने कभी भी डकैती के दौरान बंदूक का इस्तेमाल नहीं किया। हर बार वह अपना लुक बदलता था, कभी सूट तो कभी शॉर्ट्स पहनता था, लेकिन काला चश्मा हमेशा उसकी पहचान बना रहा।
पिता के खिलाफ उठाया कदम
जो की मां की मृत्यु के बाद अपने पिता के साथ रहने लगा, जो अक्सर उसे पीटते थे। एक दिन, जब जो 16 साल का था, उसने अपने पिता की गर्दन में चाकू घोंप दिया। हालांकि उसके पिता की जान बच गई, लेकिन इसके बाद जो की पिटाई बंद हो गई।
जो ने छोटे-मोटे अपराधों से शुरुआत की, जैसे कार चोरी और रेस्तरां में धोखाधड़ी। फिर उसने मैक्सिकन क्रांतिकारी पंचो विला के बारे में पढ़ा और बैंकों को लूटने का फैसला किया। उसकी पहली डकैती के बाद, जब उसने 4500 डॉलर गिने, तो उसे इस काम में मजा आने लगा।
पकड़े जाने का किस्सा
मई 1989 में, जो की प्रेमिका ने FBI को बताया कि वह UCLA कैंपस में उससे मिलने वाला है। जब जो कॉफी पीते हुए उसका इंतजार कर रहा था, तभी एक FBI एजेंट ने उसे पकड़ लिया। जेल में भी उसने ड्रग्स तस्करी की और अन्य कैदियों पर हमले किए। लेकिन दो साल की सॉलिटरी कंसाइनमेंट के बाद, उसने अपनी जिंदगी पर विचार करना शुरू किया और अपने पिता को पत्र लिखने लगा।
लेखक और पॉडकास्ट होस्ट बनने की यात्रा
अब 63 साल की उम्र में, जो बर्कले, कैलिफोर्निया में रहता है। वह एक लेखक और पॉडकास्ट होस्ट बन चुका है। उसने अपनी किताब 'द मैन हू आउटग्रो हिज प्रिजन सेल' लिखी और पॉडकास्ट 'गेट द मनी एंड रन' में अपनी कहानी साझा की। वह जेलों में कैदियों को अपनी कहानियों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा देता है।