जो लोया: एक बैंक डाकू से लेखक बनने की अनोखी कहानी
जो लोया की अनोखी यात्रा
एक दिन, जब बैंक बंद होने वाला था, एक व्यक्ति ने चुपचाप कैशियर के पास जाकर एक नोट रखा। उस नोट में लिखा था, 'मेरे पास बम और बंदूक है। सारे पैसे दे दो, नहीं तो बुरा होगा!' कैशियर ने डरते-डरते 4500 डॉलर उसे दे दिए। यह व्यक्ति था जो लोया, जिसने पैसे लेकर तेजी से बैंक से बाहर निकलकर एक टैक्सी ली और गायब हो गया।
इस घटना के बाद जो लोया ने कैलिफोर्निया में लगभग 24 बैंकों को लूटने का सिलसिला शुरू किया, जिसमें उसने कुल ढाई लाख डॉलर की लूट की। दिलचस्प बात यह है कि उसने कभी भी डकैती के दौरान बंदूक का इस्तेमाल नहीं किया। हर बार वह अपना लुक बदलता था, कभी सूट तो कभी शॉर्ट्स पहनता था, लेकिन काला चश्मा हमेशा उसकी पहचान बना रहा।
पिता के खिलाफ हिंसा
जो की मां की मृत्यु के बाद उसके पिता का स्वभाव बहुत गुस्से वाला था। एक दिन, जब जो ने अपने पिता की पिटाई सहन नहीं की, उसने अपने पिता की गर्दन में चाकू घोंप दिया। हालांकि, उसके पिता की जान बच गई और उन्होंने जो की पिटाई करना बंद कर दिया।
बैंक डकैती की शुरुआत
जो ने पहले छोटे-मोटे अपराध किए, जैसे कार चोरी और रेस्तरां में धोखाधड़ी। फिर उसने मैक्सिकन क्रांतिकारी पंचो विला के बारे में पढ़ा और बैंकों को लूटने का फैसला किया। उसकी पहली डकैती के बाद, जब उसने 4500 डॉलर गिने, तो उसे यह काम बहुत पसंद आया। उसकी सबसे बड़ी लूट 33,000 डॉलर की थी।
पकड़े जाने का किस्सा
मई 1989 में, जो की प्रेमिका ने FBI को उसकी जानकारी दी। जब वह कॉफी पीते हुए उसकी प्रतीक्षा कर रहा था, एक एजेंट ने उसे पकड़ लिया। जेल में भी उसने ड्रग्स तस्करी की और अन्य कैदियों पर हमला किया। लेकिन दो साल की सॉलिटरी में बिताने के बाद, उसने अपनी जिंदगी पर विचार किया और अपने पिता को पत्र लिखना शुरू किया।
लेखक और पॉडकास्ट होस्ट बनने की यात्रा
अब 63 साल की उम्र में, जो बर्कले, कैलिफोर्निया में रहता है। वह एक लेखक और पॉडकास्ट होस्ट है। उसने अपनी किताब 'द मैन हू आउटग्रो हिज प्रिजन सेल' लिखी और पॉडकास्ट 'गेट द मनी एंड रन' में अपनी कहानी साझा की। वह जेलों में कैदियों को प्रेरित करता है और सकारात्मक बदलाव लाने की सलाह देता है।