×

जेएनयूएसयू अध्यक्ष पर एबीवीपी का हमला, चुनावों में बढ़ी तनाव की स्थिति

जेएनयू छात्रसंघ (JNUSU) ने एबीवीपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ मारपीट की गई। इस घटना ने चुनावों के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। एबीवीपी द्वारा चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने के आरोप भी लगाए गए हैं। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और आगामी चुनावों की संभावनाएं।
 

जेएनयूएसयू का एबीवीपी पर गंभीर आरोप

आरोप है कि मारपीट के बाद एबीवीपी ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष का कुर्ता फाड़ दिया.

जेएनयू छात्रसंघ (JNUSU) ने एबीवीपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अध्यक्ष नीतीश कुमार को एक घंटे से अधिक समय तक रोका गया। एबीवीपी ने स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज में चुनाव प्रक्रिया को घंटों तक बाधित किया, जिसके बाद जीबीएम को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद नीतीश कुमार का घेराव किया गया और उन पर कई बार हमला किया गया।

वसंत कुंज पुलिस स्टेशन के एसएचओ के साथ पुलिस आधे घंटे से मौके पर मौजूद थी, लेकिन सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रही। लेफ्ट ने आरोप लगाया कि एबीवीपी ने एक बार फिर SSS के स्कूल में हिंसा की, जिससे चुनाव प्रक्रिया को बाधित किया जा सके। JNUSU के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और GS, SSS काउंसलर महम काजमा को जातिवादी और जेंडरवादी गालियों का सामना करना पड़ा।

जेएनयूएसयू अध्यक्ष पर हमला, कुर्ता फाड़ा गया

लेफ्ट ने कहा कि 16 अक्टूबर को सुबह-सुबह एबीवीपी ने JNUSU अध्यक्ष के साथ मारपीट की और उनका कुर्ता फाड़ दिया। इस दौरान पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। GBM के दौरान SSS काउंसलर रजत मंडल को भी पीटा गया, जबकि SSS काउंसलर दानिश ताको को जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में आज दोपहर 2 बजे एबीवीपी की हिंसा पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी।

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव 2025: चुनाव कब होंगे?

जेएनयू छात्रसंघ चुनाव नवंबर में होने की संभावना है, जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारियों में जुटा है। पिछले साल जेएनयूएसयू में लेफ्ट ने शानदार वापसी की थी। AISA-DSF गठबंधन के उम्मीदवार नीतीश कुमार ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की थी, जहां उन्होंने एबीवीपी की उम्मीदवार शिखा को हराया था। नीतीश को 1702 और शिखा को 1430 वोट मिले थे।

ये भी पढ़ें – JNU छात्रसंघ चुनाव से पहले बवाल, GBM में भिड़े लेफ्ट-एबीवीपी के छात्र