जुबीन गर्ग की मौत की जांच में तेजी, पुलिस ने की दो गिरफ्तारियां
जुबीन गर्ग की मौत की जांच में नया मोड़
असम के प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की मृत्यु की जांच में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं आई है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि विशेष जांच दल (SIT) और अपराध जांच विभाग (CID) की टीम सात दिनों के भीतर मामले की सच्चाई का पता लगाने में सक्षम होगी। इस मामले में घटना स्थल पर उपस्थित सभी व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जुबीन गर्ग की मृत्यु 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान हुई थी।
इस बीच, जांच टीम ने जुबीन की पत्नी गरिमा सैकिया के संदेह के आधार पर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनमें जुबीन का प्रबंधक और सिंगापुर में नॉर्थ-ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक शामिल हैं। गरिमा ने कहा कि उन्हें उन सभी पर संदेह है जो उनके पति की मृत्यु के समय वहां मौजूद थे।
गिरफ्तारी और लुकआउट नोटिस जारी
फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत और प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है और उन्हें गुवाहाटी लाया गया है। पुलिस के अनुसार, महंत कथित तौर पर सिंगापुर में छिपे हुए थे, जबकि उनके खिलाफ पहले ही लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। उन्हें 6 अक्टूबर तक गुवाहाटी में CID कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया था।
पुलिस की जांच जारी
SIT ने पहले ही जुबीन के ड्रमर शेखर ज्योति गोस्वामी, उनके भाई संदीपन गर्ग, अभिनेत्री निशिता गोस्वामी, अमृतप्रभा और एक स्थानीय टीवी चैनल के मालिक संजीव नारायण से पूछताछ की है। ये सभी जुबीन की मृत्यु के समय सिंगापुर में थे। असम के डीजीपी हरमीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत CID और SIT की निगरानी में जांच पारदर्शी तरीके से चल रही है।
क्या सच सामने आएगा?
डीजीपी हरमीत सिंह ने असम की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि SIT/CID की एक टीम पहले से ही दिल्ली में है, जबकि दूसरी टीम सिंगापुर जाएगी। दोनों देशों के बीच सहयोग की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने असम के लोगों से पुलिस पर विश्वास रखने की अपील की है और कहा कि सात दिनों के भीतर जांच एक तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचेगी।