जीतन राम मांझी ने एनडीए को मजबूत करने की अपील की
जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान से एनडीए को मजबूत करने की अपील की है। उन्होंने बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चर्चा करते हुए कहा कि एनडीए का समर्थन करना आवश्यक है। मांझी ने चिराग के राजनीतिक अनुभव पर भी टिप्पणी की और कहा कि उन्हें बिहार की वास्तविकताओं का ज्ञान नहीं है। चिराग ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें ऐसी सरकार का समर्थन करते हुए दुख हो रहा है जो अपराधों को नियंत्रित नहीं कर पा रही है।
Jul 26, 2025, 17:52 IST
जीतन राम मांझी का एनडीए के प्रति समर्थन
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से आग्रह किया है कि वे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के साथ बने रहें और इसे सशक्त बनाने में योगदान दें। चिराग ने बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर नीतीश कुमार की सरकार की आलोचना की थी। पटना में संवाददाताओं से बात करते हुए मांझी ने कहा कि हम एनडीए का हिस्सा हैं और हमें इसकी सहायता करनी चाहिए। हम उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं और उन्हें एनडीए को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए।
मांझी ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनावों में पासवान के राजनीतिक दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें अतीत की गलतियों को दोहराने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि चिराग 2020 की नीति को नहीं अपनाते हैं, तो यह सकारात्मक होगा। चिराग के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे बिहार में एक ऐसी सरकार का समर्थन कर रहे हैं जो अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त है। यह सरकार हर आपराधिक घटना का खुलासा करती है और अपराधियों को सजा दिलाती है।
मांझी ने एनडीए के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "आज एनडीए समाज और देश के लिए आवश्यक हो गया है। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार विकास के हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं। यदि कोई एनडीए का विरोध करता है, तो यह दर्शाता है कि उसे राज्य और देश की जनता की भलाई की चिंता नहीं है।"
जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान के राजनीतिक अनुभव पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि चिराग का राजनीतिक करियर छोटा है और उनके पिता का लंबा अनुभव रहा है। मांझी ने कहा कि चिराग को बिहार की वास्तविकताओं का ज्ञान नहीं है, इसलिए वे इस तरह की बातें कर रहे हैं।
चिराग पासवान ने पहले कहा था कि उन्हें "ऐसी सरकार का समर्थन करते हुए दुख हो रहा है," जो बढ़ती अपराध दर को नियंत्रित करने में असमर्थ है। उन्होंने यह भी कहा कि हत्या और लूटपाट जैसी घटनाओं की खबरें विधानसभा चुनाव से पहले सरकार को बदनाम करने की एक "साजिश" हैं। उनका मानना है कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।