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जिम्बाब्वे के जंगल में 8 साल के बच्चे की अद्भुत जीवित रहने की कहानी

जिम्बाब्वे के माटुसाडोना नेशनल पार्क में 8 साल का बच्चा टिनोटेंडा पुंडु अद्भुत तरीके से जीवित रहा। अपने गांव से भटककर जंगल में पहुंचने के बाद, उसने पानी और भोजन के लिए संघर्ष किया। जानें कैसे उसने अपनी चतुराई से खतरनाक जानवरों से बचते हुए पांच दिन बिताए और अंततः रेंजरों द्वारा खोजा गया। यह कहानी न केवल साहस की है, बल्कि जीवित रहने की अद्भुत तकनीकों की भी है।
 

जंगल में जीवित रहने की अद्भुत कहानी


डिस्कवरी चैनल के शो 'मैन वर्सेज वाइल्ड' में बेयर ग्रिल्स को कठिन परिस्थितियों में जीवित रहने के तरीके सिखाते हुए देखा जा सकता है। वे जंगलों में जानवरों से बचने, कड़ी धूप में पानी खोजने और जंगली फलों की पहचान करने जैसे कौशल सिखाते हैं।


यह कहानी जिम्बाब्वे के एक गांव की है, जहां 7 या 8 साल का एक बच्चा, टिनोटेंडा पुंडु, अपने गांव से भटककर घने जंगल में चला गया। उसने बेयर ग्रिल्स के शो नहीं देखे, लेकिन उसने जीवित रहने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके जरूर सीखे थे।


टिनोटेंडा उत्तरी जिम्बाब्वे के एक गांव का निवासी था। एक दिन, वह अपने गांव से भटककर माटुसाडोना नेशनल पार्क में चला गया, जो शेरों से भरा हुआ था।


पुंडु का गांव सूखे से प्रभावित था, और उसे पानी के लिए जमीन खोदने का तरीका सिखाया गया था। उसने जंगल में डंडे की मदद से नदी के किनारे को खोदकर पानी निकाला और अपनी प्यास बुझाई।


पुंडु 27 दिसंबर को गायब हुआ था, और उसके गांव वाले उसे खोजने के लिए ढोल बजा रहे थे। लेकिन वह अपने गांव से 50 किलोमीटर दूर चला गया था।


भूख लगने पर उसने जंगली फल खाने शुरू कर दिए, जिसे जिम्बाब्वे में 'Tsvanzva' कहा जाता है।


स्थानीय सांसद ने बताया कि पुंडु ने ऊंचे चट्टानों पर सोकर खुद को शेरों से सुरक्षित रखा।


पांच दिनों बाद, उसने पार्क रेंजर की कार की आवाज सुनी और उसकी ओर दौड़ा, लेकिन तब तक कार जा चुकी थी।


हालांकि, रेंजर बाद में लौटे और बच्चे के पैरों के निशान देखकर उसे खोज निकाला।


स्थानीय मीडिया के अनुसार, उसे अस्पताल ले जाया गया और उपचार दिया गया।


ज़िमपार्क्स के प्रवक्ता ने बताया कि पुंडु ने 49 किलोमीटर की दूरी शेरों से भरे जंगलों से तय की।


स्थानीय सांसद ने इसे एक 'चमत्कार' बताया कि वह इतने खतरनाक इलाके में अकेला रहा।


टिनोटेंडा की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जहां एक व्यक्ति ने लिखा कि वह बेहद भाग्यशाली है।


माटुसाडोना नेशनल पार्क में शेर, तेंदुए, हाथी और भैंस जैसे कई जंगली जानवर रहते हैं।