जितेश शर्मा: टीम इंडिया में 'वॉटर बॉय' की भूमिका पर सवाल
जितेश शर्मा का टीम इंडिया में सफर
जितेश शर्मा का नाम अक्सर टीम इंडिया के स्क्वाड में देखने को मिलता है, लेकिन उनकी वास्तविक भूमिका पर सवाल उठते हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अपनी प्रतिभा साबित की है, लेकिन राष्ट्रीय टीम में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
बेंच पर बैठने का सिलसिला
जितेश को बार-बार टीम में शामिल किया जाता है, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिलता। यही कारण है कि फैंस उन्हें मजाक में 'टीम इंडिया का वॉटर बॉय' कहने लगे हैं।
जितेश को बार-बार मौका लेकिन सिर्फ बेंच पर जगह
आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन
जितेश शर्मा का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन शानदार रहा है। आईपीएल में उन्होंने कई बार बेहतरीन पारियां खेली हैं, जैसे कि 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 33 गेंदों पर 85 रन बनाना।
- आईपीएल करियर (2022–2025): 53 मैचों में 967 रन, 155.7 का स्ट्राइक रेट।
- घरेलू क्रिकेट (विजय हजारे ट्रॉफी 2018-19): विदर्भ के लिए 7 मैचों में 298 रन।
- T20 अंतरराष्ट्रीय: 9 मैचों में 100 रन, सर्वश्रेष्ठ स्कोर 35।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि जितेश केवल स्क्वाड भरने के लिए नहीं हैं, बल्कि उनमें खुद को साबित करने की क्षमता है।
टीम इंडिया की रणनीति पर सवाल
फैंस का मानना है कि जितेश को बार-बार टीम में शामिल करना और फिर बाहर बैठाना उनके करियर के साथ अन्याय है। जब कोई खिलाड़ी लगातार प्रदर्शन करता है, तो उसे मौके मिलने चाहिए।
हालांकि, कोच और कप्तान की रणनीति यह दर्शाती है कि वे जितेश को केवल बैकअप के रूप में रखते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया जाना है, तो उन्हें टीम में क्यों रखा जाता है?
निष्कर्ष
जितेश शर्मा का करियर अब तक एक पहेली बना हुआ है। आईपीएल में उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद, उन्हें टीम इंडिया में नजरअंदाज किया जाता है। फैंस और विशेषज्ञों का मानना है कि अगर उन्हें लगातार मौके दिए जाएं, तो वे भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन फिलहाल, उनकी छवि केवल 'टीम इंडिया का वॉटर बॉय' बनकर रह गई है।