जसप्रीत बुमराह का आत्मविश्वास: चोटों के बावजूद खेलते रहेंगे
बुमराह का शानदार प्रदर्शन
जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने पांच विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजी पर दबाव बनाया। चोट के कारण थोड़े समय के ब्रेक के बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में वापसी की, जो कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान सिडनी टेस्ट में लगी थी। अब वह अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हुए इंग्लैंड दौरे पर केवल तीन टेस्ट खेलने का निर्णय लिया है।
बुमराह का मीडिया पर बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुमराह ने कहा कि वह सुर्खियों पर ज्यादा ध्यान नहीं देते, क्योंकि यह केवल दर्शकों के लिए होता है। उन्होंने यह भी बताया कि वह अपने विश्वास के अनुसार भारत के लिए खेलना चाहते हैं और मैदान पर हर स्थिति का सामना अपने तरीके से करते हैं।
मेरे विश्वास की जरूरत है: बुमराह
उन्होंने कहा, "मैं यह नियंत्रित नहीं कर सकता कि लोग क्या लिखते हैं। मैं यह नहीं सिखाना चाहता कि लोग मेरे बारे में क्या लिखें। हर कोई स्वतंत्र है। क्रिकेट हमारे देश में बहुत लोकप्रिय है, और मेरा नाम सुर्खियों में लाना दर्शकों को आकर्षित करता है। लेकिन अंत में, यह मेरे लिए मायने नहीं रखता।"
भारत के लिए खेलने की इच्छा
बुमराह ने कहा, "मैं हमेशा भारत के लिए खेलना चाहता था। मैंने अपने विश्वास के आधार पर हर प्रारूप में खेला है। मैंने हमेशा लोगों से 'नहीं' सुना है। पहले कहा गया कि आप नहीं खेल पाएंगे, फिर कहा गया कि आप केवल छह महीने तक रहेंगे, और अब मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 साल बिता चुका हूं।"
भाग्य के अनुसार खेलेंगे
उन्होंने कहा, "लोग कहते हैं कि यह चोट मेरी आखिरी होगी। मैं इस पर ध्यान नहीं दूंगा। मैं अपना काम करता रहूंगा। हर तीन-चार महीने में सुर्खियाँ आती रहेंगी, लेकिन मैं तब तक खेलूंगा जब तक यह मेरे भाग्य में है।"
खेलते समय बुमराह का मानसिकता
बुमराह ने कहा, "मैदान पर उस क्षण में होना जरूरी है। मुझे अपनी भूमिका निभानी है। मैं विकेट का आकलन कर रहा हूं, यह देख रहा हूं कि क्या हो रहा है, और मैं क्या विकल्प चुन सकता हूं। मैं उस समय सभी चीजों पर ध्यान केंद्रित करता हूं।"