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जयपुर में मालगाड़ी के टूटने से 10,000 यात्री फंसे, 9 ट्रेनें रुकीं

जयपुर में मंगलवार को एक मालगाड़ी के टूटने से यातायात बाधित हो गया, जिससे 10,000 से अधिक यात्री प्रभावित हुए। नौ ट्रेनें धानक्या और कनकपुरा के बीच रुकी रहीं, और यात्रियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। रेलवे अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रयास किए और अंततः ट्रेनों का संचालन बहाल किया। इस घटना ने यात्रियों के बीच बेचैनी पैदा कर दी।
 

मालगाड़ी के टूटने से यातायात बाधित

जयपुर रेलखंड पर धानक्या और कनकपुरा के बीच मंगलवार शाम लगभग सवा चार बजे एक मालगाड़ी के चौथे वैगन का लोड लॉक खराब हो गया। इस कारण कपलिंग टूट गई और मालगाड़ी दो हिस्सों में बंट गई। इस घटना के बाद, पीछे आ रही नौ ट्रेनों को धानक्या और कनकपुरा स्टेशन के बीच रोकना पड़ा।


इन ट्रेनों में से अधिकांश धानक्या स्टेशन पर खड़ी रहीं, जहां यात्रियों को साढ़े तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। जयपुर जंक्शन, गांधीनगर, दुर्गापुरा और अन्य स्टेशनों पर भी यात्रियों को घंटों तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। इस अवरोध के कारण दस हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए।


रेलवे अधिकारियों की जानकारी

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, कपलिंग टूटने के बाद शाम चार बजे से सात बजे तक एक दिशा में रेल यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। हालांकि, जयपुर से फुलेरा की ओर जाने वाली ट्रेनों पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा, लेकिन फुलेरा से जयपुर की ओर आने वाली सभी ट्रेनें फंस गईं।


ट्रेन संचालन बहाल

करीब सवा सात बजे एक ट्रैक को खोलकर ट्रेनों की आवाजाही शुरू की गई और उन्हें क्रम से रवाना किया गया। रात 8:20 बजे मालगाड़ी को भी हटा दिया गया, जिसके बाद दोनों ट्रैक सामान्य रूप से चालू हो गए। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।


यात्रियों की बेचैनी

ट्रैक अवरुद्ध होने के कारण स्टेशनों पर यात्रियों की बेचैनी बढ़ गई। गांधीनगर स्टेशन पर खड़े एक यात्री ने बताया कि वे तीन घंटे से ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही थी। जैसे ही ट्रेन संचालन बहाल हुआ, यात्रियों ने राहत की सांस ली।


फंसी हुई ट्रेनें

इस घटना के कारण बांद्रा टर्मिनस-श्रीगंगानगर, अजमेर-आगरा फोर्ट, जोधपुर-भोपाल, जोधपुर-वाराणसी, अजमेर-जबलपुर, साबरमती-सुल्तानपुर, आगरा फोर्ट-अजमेर, जयपुर-भोपाल और गंगापुर सिटी-अजमेर ट्रेन का संचालन प्रभावित रहा। इनमें सबसे पहले बांद्रा टर्मिनस-श्रीगंगानगर ट्रेन को रोकना पड़ा।