जयपुर में कार्तिक पूर्णिमा पर मीट दुकानों की खुली स्थिति: नगर निगम की कार्रवाई पर सवाल
मीट दुकानों की स्थिति पर नगर निगम की कार्रवाई
कार्तिक पूर्णिमा और प्रकाश पर्व के अवसर पर, जयपुर में मीट की दुकानों का खुला रहना चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रेटर और हैरिटेज नगर निगम ने कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई। हैरिटेज नगर निगम ने हांडीपुरा, सुशीलपुरा और दिल्ली रोड क्षेत्र में तीन दुकानों को अस्थायी रूप से सील किया, जबकि ग्रेटर निगम ने सांगानेर, मानसरोवर और झोटवाड़ा में पांच दुकानों पर कार्रवाई की। एमडी रोड पर ग्रेटर निगम की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा और उन्हें बिना कार्रवाई किए लौटना पड़ा।
नगर निगम की टीमें और कार्रवाई
ग्रेटर निगम ने मीट दुकानों पर रोक लगाने के लिए तीन टीमें बनाई थीं, जिन्हें दो-दो जोन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि, सांगानेर और मानसरोवर क्षेत्रों में कई दुकानें खुली पाई गईं। कुछ दुकानों को बंद करवाया गया, जबकि दो-दो दुकानों को अस्थायी रूप से सील किया गया।
झोटवाड़ा में सील की गई दुकान
झोटवाड़ा में भी एक दुकान पर सील लगाई गई। मोती डूंगरी रोड पर मीट की दुकानें खुली रहीं। बिना पुलिस के साथ आई निगम टीम को यहां विरोध का सामना करना पड़ा और उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा।
लाइसेंस की कमी और कार्रवाई की योजना
पशु प्रबंधन शाखा के प्रभारी डॉ. राकेश कसोटिया ने बताया कि मोती डूंगरी रोड पर जिस दुकान पर विरोध हुआ, उसके पास लाइसेंस नहीं था। गुरुवार को वहां कार्रवाई की जाएगी। अन्य स्थानों से 110 किलो कच्चा मीट जब्त कर नष्ट किया गया।
खुले मीट की दुकानों की सूची
रोक के बावजूद खोनागारियान, खानिया, लुनियावास, विद्याधर नगर, झोटवाड़ा, दादी का फाटक और दिल्ली रोड क्षेत्र में कई मीट की दुकानें खुली पाई गईं।