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जयपुर फुट की नई पहल: त्रिनिडाड में 800 विकलांगों को मुफ्त कृत्रिम पैर

जयपुर फुट ने त्रिनिडाड में एक महत्वपूर्ण पुनर्वास शिविर की शुरुआत की है, जिसमें 800 विकलांगों को मुफ्त कृत्रिम पैर प्रदान किए जाएंगे। इस पहल का उद्घाटन त्रिनिडाड की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिस्सेसर ने किया। भारत सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने विकलांगों की सहायता के लिए इस शिविर का आयोजन किया। इसके साथ ही, त्रिनिडाड में जयपुर फुट का स्थायी केंद्र स्थापित करने की योजना भी बनाई गई है। जानें इस पहल के बारे में और कैसे यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दे रहा है।
 

जयपुर फुट का पुनर्वास शिविर त्रिनिडाड में

जयपुर फुट ने त्रिनिडाड में लाई नई उम्मीद, 800 विकलांगों को मिलेंगे मुफ्त कृत्रिम पैर


त्रिनिडाड और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में भारत सरकार और जयपुर फुट की निर्माता बीएमवीएसएस ने मिलकर एक पुनर्वास शिविर शुरू किया. इसमें 800 विकलांगों को मुफ्त कृत्रिम पैर दिए जाएंगे.


भारत सरकार और भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बीएमवीएसएस) ने त्रिनिडाड और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में एक विशेष जयपुर फुट पुनर्वास शिविर की शुरुआत की है। इस शिविर का उद्घाटन त्रिनिडाड की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिस्सेसर ने किया। यहां 800 विकलांगों को मुफ्त कृत्रिम पैर प्रदान किए जाएंगे, जो भारत और त्रिनिडाड के बीच संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।


प्रधानमंत्री मोदी की पहल की सराहना

भारत सरकार की पहल, मोदी की प्रशंसा


जुलाई में त्रिनिडाड की संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत सरकार विकलांगों की सहायता के लिए जयपुर फुट शिविर का आयोजन करेगी। इस वादे को तीन महीने के भीतर पूरा करते हुए, जयपुर से कृत्रिम पैर बनाने की मशीनें और उपकरण त्रिनिडाड भेजे गए। प्रधानमंत्री कमला प्रसाद ने मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस शिविर ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति को नई दिशा दी है।


स्थायी केंद्र की स्थापना

त्रिनिडाड में बनेगा जयपुर फुट का स्थायी केंद्र


बीएमवीएसएस के संस्थापक डी.आर. मेहता ने उद्घाटन समारोह में घोषणा की कि त्रिनिडाड में जयपुर फुट का एक स्थायी केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए वे लगभग 86 लाख रुपये की मशीनें और उपकरण त्रिनिडाड सरकार को देंगे, साथ ही इस प्रोजेक्ट के लिए 75 हजार डॉलर भी प्रदान करेंगे। यह केंद्र न केवल त्रिनिडाड के विकलांगों के लिए, बल्कि आसपास के कैरिबियाई देशों के लिए भी सहायक साबित होगा।


तकनीकी प्रशिक्षण की योजना

तकनीकी प्रशिक्षण और वैश्विक पहल


भारतीय उच्चायुक्त डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित ने बताया कि त्रिनिडाड के तकनीशियनों को जयपुर में प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि स्थायी केंद्र तकनीकी रूप से सक्षम हो सके। डी.आर. मेहता ने कहा कि बीएमवीएसएस दुनिया की सबसे बड़ी विकलांग पुनर्वास संस्था है। वर्तमान में पोर्ट ऑफ स्पेन के अलावा म्यांमार और निकारागुआ में भी ऐसे शिविर चल रहे हैं।


समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

सहयोग और प्रेरणा का मंच


उद्घाटन समारोह में जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन प्रेम भंडारी और बीएमवीएसएस अहमदाबाद केंद्र के ललित जैन समेत कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे। भंडारी ने भी समारोह को संबोधित किया और इस पहल की सराहना की।