जयपुर नगर निगम की सभा में हंगामा, जीएसटी सुधार पर चर्चा बाधित
जयपुर नगर निगम की साधारण सभा में विवाद
जयपुर में नगर निगम ग्रेटर की आठवीं साधारण सभा गुरुवार को हंगामे का शिकार हो गई। यह बैठक जीएसटी सुधार से संबंधित एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए आयोजित की गई थी, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस ने सभा को बाधित कर दिया। बीजेपी और कांग्रेस के पार्षदों के बीच नारेबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का माहौल बना रहा, जिससे जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी.
मेयर की नाराजगी
विपक्षी पार्षदों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणियों से मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर नाराज हो गईं। उन्होंने इसे अस्वीकार्य बताते हुए कुछ समय के लिए सदन से बाहर जाने का निर्णय लिया। मेयर ने विपक्ष पर मर्यादा तोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि जीएसटी सुधार एक महत्वपूर्ण कदम है, जो महंगाई को कम करेगा और सभी नागरिकों को लाभ पहुंचाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह एक विशेष बैठक थी और जल्द ही एक और साधारण सभा आयोजित की जाएगी जिसमें विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी.
विपक्ष के गंभीर आरोप
नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी ने सभा के माहौल को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि सभा की सूचना केवल एक दिन पहले दी गई थी और जीएसटी सुधार का मुद्दा केवल राजनीतिक लाभ के लिए उठाया गया। चौधरी ने यह भी कहा कि बीजेपी ने पहले मनमोहन सिंह द्वारा लाए गए जीएसटी का विरोध किया था, लेकिन बाद में नरेंद्र मोदी ने इसे 2017 में लागू किया। उन्होंने इसे "थूक कर चाटना" बताया और कहा कि दिवाली नजदीक है, लेकिन सत्ता पक्ष केवल वाहवाही बटोरने में व्यस्त है, जबकि शहर की सड़कों के गड्ढों और अन्य समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है.