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जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त 50 से अधिक लोग हिरासत में

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। यह कार्रवाई बडगाम, बारामूला, और अन्य जिलों में की गई। पुलिस ने गुलाम नबी फई के नेटवर्क पर भी नकेल कसी, जो कि एक भगोड़ा है। इसके अलावा, विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की गई और कई लोगों को हिरासत में लिया गया। जानें इस कार्रवाई के पीछे की पूरी कहानी और इसके प्रभाव।
 

जम्मू-कश्मीर पुलिस की कार्रवाई

सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने घाटी के विभिन्न जिलों में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के संदेह में 50 से अधिक व्यक्तियों को हिरासत में लिया। एक अधिकारी के अनुसार, यह कार्रवाई बडगाम, बारामूला, गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों में की गई।


पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बडगाम में अमेरिका में स्थित लॉबिस्ट गुलाम नबी फई के अलगाववादी नेटवर्क पर कार्रवाई की गई, जिसे एनआईए अदालत ने भगोड़ा घोषित किया है।


गुलाम नबी फई का नेटवर्क

गुलाम नबी फई पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज है और उसकी संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया चल रही है। वह पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा समर्थित कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल का प्रमुख है।


गांदरबल जिले में, पुलिस ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से संचालित व्यक्तियों से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप 39 लोगों को जन शांति और सुरक्षा के लिए हानिकारक गतिविधियों में संलिप्तता के संदेह में हिरासत में लिया गया।


कुलगाम और बारामूला में कार्रवाई

कुलगाम में, पुलिस ने आतंकवादियों के सहयोगियों, यूएपीए और पीएसए आरोपियों, और सक्रिय आतंकवादियों के रिश्तेदारों को निशाना बनाया। यहां आठ ओवरग्राउंड वर्कर्स को निवारक कानूनों के तहत हिरासत में लिया गया।


बारामूला में भी इसी तरह की कार्रवाई की गई, जहां पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के निवासियों से संबंधित 16 संपत्तियों की तलाशी ली गई और 10 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। इसके अलावा, 23 ओवरग्राउंड वर्कर्स के ठिकानों पर छापेमारी की गई।


पुलिस ने दूरसंचार सेवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए सिम कार्ड विक्रेताओं से पूछताछ की और राष्ट्रीय राजमार्गों पर 175 वाहनों की जांच की। विभिन्न जिलों में 32 घेराबंदी और तलाशी ऑपरेशन भी चलाए गए।