जम्मू-कश्मीर में ऑनलाइन आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 9 लोग हिरासत में
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सर्च ऑपरेशन
जम्मू कश्मीर में आतंकियों और उनके पनाहगारों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. घाटी में
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) ने रविवार, 9 नवंबर को ऑनलाइन आतंकवाद के नेटवर्क पर शिकंजा कसते हुए एक महत्वपूर्ण अभियान चलाया। इस दौरान श्रीनगर, कुलगाम, बारामुला, शोपियां और पुलवामा में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई।
इस अभियान का उद्देश्य उन लोगों को पकड़ना था जो सोशल मीडिया का उपयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने, हिंसा भड़काने और युवाओं को भटकाने के लिए कर रहे थे। इस कार्रवाई में एक महिला सहित नौ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, और कई महत्वपूर्ण सबूत भी बरामद किए गए हैं।
काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर की कार्रवाई
एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवाद का ऑनलाइन महिमामंडन करने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की गई। CIK की टीम ने श्रीनगर, कुलगाम, बारामुला, शोपियां और पुलवामा में 10 स्थानों पर छापेमारी की। प्रवक्ता ने कहा कि ऑनलाइन आतंकवादी नेटवर्क पर व्यापक कार्रवाई की गई है।
महिला समेत 9 लोग हिरासत में
प्रवक्ता ने बताया कि स्थानीय पुलिस के सहयोग से चलाए गए इस अभियान का लक्ष्य उन व्यक्तियों पर केंद्रित था जो सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे थे। इस दौरान 9 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिसमें एक महिला भी शामिल है।
कई महत्वपूर्ण सबूत जब्त किए गए
फॉरेंसिक जांच के लिए सिम कार्ड, मोबाइल फोन, टैबलेट और अन्य डिजिटल उपकरणों सहित कई सबूत जब्त किए गए हैं। प्रवक्ता के अनुसार, जब्त सामग्री से महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे आगे की जांच और कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त होगा।
क्षेत्र की आंतरिक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
CIK को इस तरह की गतिविधियों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। यह अभियान स्थानीय पुलिस की मदद से चलाया गया और इसमें उन व्यक्तियों पर ध्यान केंद्रित किया गया जो सोशल मीडिया पर देशविरोधी प्रचार कर रहे थे। CIK का कहना है कि यह कदम क्षेत्र की आंतरिक सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक था।
CIK ने कहा कि यह केवल शुरुआत है। आने वाले दिनों में और छापेमारी और गिरफ्तारियां की जाएंगी। संस्थान का उद्देश्य पाकिस्तान समर्थित आतंकियों और ऑनलाइन चरमपंथी विचारधाराओं से कश्मीर के युवाओं को बचाना है। यह अभियान घाटी में डिजिटल आतंक के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। CIK का कहना है कि यह कार्रवाई डिजिटल खतरों को उनके स्रोत पर समाप्त करके सार्वजनिक व्यवस्था और क्षेत्र की आंतरिक सुरक्षा की रक्षा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।