जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी पर विरोध प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जम्मू-कश्मीर के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन पर लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं। उनके पिता ने अदालत में मामले को ले जाने की बात कही है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और क्या हैं आरोप।
Sep 9, 2025, 13:59 IST
विरोध प्रदर्शन का आयोजन
आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष और विधायक मेहराज मलिक की जम्मू-कश्मीर लोक सुरक्षा अधिनियम 1978 (पीएसए) के तहत हिरासत के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन पर आरोप है कि उनकी गतिविधियों से सार्वजनिक व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हुई। आप नेता सुरिंदर सिंह शिंगारी ने कहा कि किसी विधायक पर पीएसए लगाना अनुचित है। इसे तुरंत हटाया जाना चाहिए और उन्हें रिहा किया जाना चाहिए, क्योंकि कोई भी संगठन इस कार्रवाई को सही नहीं ठहरा सकता।
परिवार की प्रतिक्रिया
मेहराज मलिक के पिता, शमास दीन मलिक ने उनकी गिरफ्तारी पर कहा कि अब अदालत इस मामले में निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि डोडा के डिप्टी कमिश्नर के साथ विवाद हुआ था और उन पर पीएसए के तहत गलत आरोप लगाए गए हैं। मलिक पर जन सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिए जाने के बाद गलत सूचना फैलाने, आतंकवादियों का महिमामंडन करने और महिलाओं के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग करने के आरोप लगाए गए हैं।
आरोपों का विवरण
अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपों का उल्लेख केंद्रशासित प्रदेश की पुलिस की रिपोर्ट में किया गया है। मलिक को सोमवार को उनके डोडा निर्वाचन क्षेत्र में इस कड़े कानून के तहत हिरासत में लिया गया था। इस कानून के तहत कुछ मामलों में बिना आरोप या सुनवाई के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है। डोडा के उपायुक्त हरविंदर सिंह द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में विधायक के खिलाफ कई आरोपों का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मलिक समुदाय के शांतिपूर्ण अस्तित्व के लिए एक ‘आसन्न खतरा’ माने जाते हैं। इसमें यह भी दावा किया गया है कि मलिक को ‘सरकारी अधिकारियों सहित लोगों को धमकियां देने और शारीरिक हमला करने की आदत है।’