जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की नई चुनौतियाँ: खुफिया रिपोर्ट का खुलासा
एक नई खुफिया रिपोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की नई लामबंदी की चेतावनी दी है। रिपोर्ट में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के समन्वित हमलों की योजना का जिक्र है। इसके अलावा, ड्रोन गतिविधियों में वृद्धि और पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम की गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला गया है। सुरक्षा बलों की तैयारियों और इन खतरों के प्रति सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
Nov 6, 2025, 14:44 IST
आतंकवादियों की नई लामबंदी की चेतावनी
पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के छह महीने बाद, एक नई खुफिया रिपोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के फिर से बढ़ने की चेतावनी दी है। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) केंद्र शासित प्रदेश में समन्वित हमलों की योजना बना रहे हैं। शीर्ष खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और विशेष सेवा समूह (एसएसजी) इस पुनर्गठन में सक्रिय रूप से शामिल हैं, जो क्षेत्र में आतंकवादी नेटवर्क को पुनर्जीवित करने की एक सुनियोजित कोशिश का संकेत देता है।
ड्रोन निगरानी की बढ़ती गतिविधियाँ
नियंत्रण रेखा पर ड्रोन निगरानी
खुफिया एजेंसियों ने सितंबर से घुसपैठ के रास्तों पर ड्रोन गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। रिपोर्ट में इन अभियानों का श्रेय लश्कर-ए-तैयबा की एक इकाई को दिया गया है, जिसकी कमान शमशेर नामक एक कुख्यात आतंकवादी के हाथ में है। इन ड्रोनों ने कथित तौर पर रणनीतिक पहाड़ियों और सुरक्षा चौकियों पर हवाई टोही की है, माना जा रहा है कि ये आत्मघाती हमलावरों के संभावित लैंडिंग ज़ोन या संशोधित हथियार पेलोड का उपयोग करके संभावित हवाई हमलों की तलाश में हैं।
पीओके में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम की गतिविधियाँ
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) की नई गतिविधियों का पता चला है। BAT में प्रशिक्षित आतंकवादी और सेवानिवृत्त SSG कमांडो शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल इस्लामाबाद लंबे समय से सीमा पार बड़े हमलों के लिए करता रहा है। सुरक्षा अधिकारियों ने आगाह किया है कि यह पुनर्तैनाती आने वाले महीनों में अचानक घुसपैठ की कोशिशों या सीमा पार घात लगाकर हमलों में वृद्धि का संकेत दे सकती है।