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जबलपुर में जीवन उत्कर्ष महोत्सव: संस्कृति और सेवा का संदेश

जबलपुर में आयोजित 'जीवन उत्कर्ष महोत्सव' में कई प्रमुख नेता शामिल हुए, जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल थे। इस कार्यक्रम में संस्कृति और सेवा के महत्व पर जोर दिया गया। भागवत ने भारत की भूमिका को वैश्विक संकट में महत्वपूर्ण बताया, जबकि मुख्यमंत्री ने भारतीय संस्कृति की अद्भुतता की सराहना की। मंत्री राकेश सिंह ने बीएपीएस संस्था के प्रयासों की प्रशंसा की। इस भव्य आयोजन में हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे, जो आध्यात्मिकता और सेवा के संदेश से प्रेरित हुए।
 

महत्वपूर्ण आयोजन में शामिल हुए प्रमुख नेता

'जीवन उत्कर्ष महोत्सव' में शामिल हुए कई दिग्‍गज


मध्य प्रदेश के जबलपुर में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण संस्था द्वारा आयोजित पांच दिवसीय 'जीवन उत्कर्ष महोत्सव' का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में ईश्वरचरण स्वामी, संघ प्रमुख मोहन भागवत और प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भाग लिया। यह आयोजन महंत स्वामी महाराज की स्मृति में किया गया। इस समारोह में देश-विदेश से सैकड़ों लोग शामिल हुए।


संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में पूरी दुनिया संकट में है और भारत की ओर देख रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ही धर्म और संस्कृति का प्रतीक है, और अन्य देशों को इस दिशा में सीखने की आवश्यकता है।


आरएसएस प्रमुख ने यह भी कहा कि संतों की वाणी समाज को सही मार्ग दिखाती है, इसलिए संघ संतों की सेवा में तत्पर है।


बड़ी संख्या में शामिल हुए संत


मुख्यमंत्री मोहन यादव का संबोधन


कार्यक्रम के दूसरे दिन, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अभिनेता दिलीप जोशी ने भाग लिया। इस दौरान, सीएम ने स्वामी नारायण संस्थान के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कारों से जीवन में बदलाव आता है और भारत को हमेशा विश्व गुरु के रूप में देखा गया है। उन्होंने बीएपीएस संस्था के प्रयासों की सराहना की, विशेषकर अबू धाबी में बने भव्य मंदिर की।


मुख्यमंत्री मोहन यादव


राकेश सिंह का सकारात्मकता का संदेश


कार्यक्रम के तीसरे दिन, मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि बीएपीएस संस्था ने सेवा और संस्कार के माध्यम से समाज में सकारात्मकता का दीप जलाया है। उन्होंने अबू धाबी में बने मंदिर को सनातन संस्कृति की जीत बताया।


कार्यक्रम राकेश सिंह भी हुए शामिल


उन्होंने महंत स्वामी महाराज की विनम्रता और निस्वार्थता की सराहना की और जबलपुर में एक भव्य मंदिर की स्थापना की इच्छा व्यक्त की।


ज्ञानेश्वर स्वामीजी का प्रेरणादायक संदेश


ज्ञानेश्वर स्वामीजी ने कहा कि जब मनुष्य अपनी क्षमताओं को समाज के हित में लगाता है, तभी जीवन का असली अर्थ मिलता है। उन्होंने दूसरों की प्रगति में सहयोग देने को सेवा का सर्वोत्तम मार्ग बताया।


ज्ञानेश्वर स्वामी


कार्यक्रम में जबलपुर और आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। संतों की उपस्थिति, कीर्तन, वीडियो प्रदर्शनों और प्रवचनों ने वातावरण को आध्यात्मिकता से भर दिया।