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जंगली जानवर के हमले से तीन वर्षीय बच्ची की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश

कैसरगंज तहसील के बाबूलाल पुरवा गांव में एक जंगली जानवर के हमले में तीन वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की। वन विभाग ने तलाशी अभियान शुरू किया है, जबकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। जानें इस घटना का पूरा विवरण और उसके पीछे की कहानी।
 

बच्ची की मौत का मामला

कैसरगंज तहसील के बाबूलाल पुरवा गांव में बुधवार को एक जंगली जानवर के हमले में तीन साल की बच्ची की जान चली गई। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया, जिसके चलते उन्होंने घटनास्थल पर खड़ी कुछ गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया।


घटना का विवरण

वन क्षेत्राधिकारी ओंकार नाथ यादव ने बताया कि मझारा तौकली के मजरे में बच्ची अपने घर के आंगन में खेल रही थी, तभी एक जंगली जानवर उसे उठाकर ले गया। जब ग्रामीणों ने जानवर का पीछा किया, तो उसने बच्ची को छोड़ दिया, लेकिन इस दौरान जानवर ने बच्ची का एक हाथ खा लिया।


बच्ची की पहचान और अस्पताल में मौत

बच्ची को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई। बच्ची की पहचान सोनी के रूप में हुई, जिसकी उम्र लगभग तीन वर्ष थी। घटना के बाद, ग्रामीणों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की।


पुलिस और वन विभाग की कार्रवाई

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। अधिकारियों ने बताया कि नौ सितंबर से 24 तारीख तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि एक बच्चा लापता है। 15 दिनों में एक बच्चे सहित लगभग एक दर्जन लोग घायल हुए हैं। हमलावर जानवर की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।


तलाशी अभियान

वन विभाग ने बहराइच में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और तीन जिलों में सौ से अधिक कर्मियों की 32 टीमों के साथ तलाशी अभियान शुरू किया है। ये टीमें थर्मल ड्रोन, नाइट-विज़न कैमरे और कैमरा ट्रैप का उपयोग कर रही हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरों में मवेशियों को बांधने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण भी रात भर लाठियों और टॉर्च के साथ गश्त कर रहे हैं।