छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई, एक मारा गया
सुरक्षाबलों की सफल कार्रवाई
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि एर्राबोर थाना क्षेत्र के जंगलों में माओवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने एक अभियान शुरू किया।
इस अभियान के दौरान, आज सुबह से सुरक्षाबल और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही।
मुठभेड़ों की संख्या में वृद्धि
सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से एक नक्सली का शव बरामद किया। इस वर्ष अब तक छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ों में कुल 263 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 234 बस्तर संभाग में मारे गए, जिसमें सुकमा सहित सात जिले शामिल हैं।
इसके अलावा, 27 अन्य रायपुर संभाग के गरियाबंद जिले में मारे गए, और दुर्ग संभाग के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में दो नक्सली भी मारे गए।
पिछली मुठभेड़ की जानकारी
इससे पहले, 16 नवंबर को सुकमा जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए थे, जिन पर कुल 15 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक टीम ने सुबह भेज्जी और चिंतागुफा थाना क्षेत्रों के पर्वतीय इलाकों में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की।
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच काफी देर तक गोलीबारी होती रही, जिसके बाद घटनास्थल से दो महिला नक्सलियों समेत तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए।
मारे गए नक्सलियों की पहचान
चव्हाण ने बताया कि मारे गए नक्सलियों की पहचान एरिया कमेटी सदस्य मादवी देवा, सीएनएम कमांडर पोडियाम गंगी और किस्टाराम एरिया कमेटी सदस्य सोढ़ी गंगी के रूप में हुई है। दोनों महिलाएं थीं और प्रत्येक पर पांच लाख रुपये का इनाम था।
देवा, एक स्नाइपर विशेषज्ञ और माओवादियों की कोंटा एरिया कमेटी का एक खतरनाक सदस्य था, जो कई निर्दोष नागरिकों की हत्या में शामिल था।