छत्तीसगढ़ बनेगा टेक्नोलॉजी और नवाचार का केंद्र
मुख्यमंत्री का बड़ा बयान
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ मध्य भारत में टेक्नोलॉजी और नवाचार का प्रमुख केंद्र बनेगा। उन्होंने बताया कि सेमीकंडक्टर अब हमारे आधुनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है, जो मोबाइल, सैटेलाइट, रक्षा प्रणालियों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ा हुआ है। ऐसे में 'मेक इन सिलिकॉन' जैसी पहलों से भारत की चिप क्रांति को नई दिशा मिलेगी।
'मेक इन सिलिकॉन' संगोष्ठी का उद्घाटन
मुख्यमंत्री साय ने यह बात डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, नया रायपुर के 10वें स्थापना दिवस पर आयोजित 'मेक इन सिलिकॉन' संगोष्ठी के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि यह संस्थान तकनीकी शोध और नवाचार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
भारत की तकनीकी पहचान को मिलेगी नई ऊंचाई
उच्च शिक्षा मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि सेमीकंडक्टर और औद्योगिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह संगोष्ठी एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उनका नवाचार और संकल्प भारत की तकनीकी पहचान को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। इस अवसर पर आईआईटी इंदौर और ट्रिपल आईटी इलाहाबाद के शिक्षाविद एवं छात्र भी उपस्थित थे।
सेमीकंडक्टर के लिए विशेष प्रावधान
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की नई औद्योगिक नीति में सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। छत्तीसगढ़ में कुशल मानव संसाधन, मजबूत औद्योगिक ढांचा, निरंतर बिजली आपूर्ति और तकनीकी विकास के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध है।
बिजनेस में तेजी पर जोर
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का विकास 'अंजोर विजन डॉक्यूमेंट' के अनुसार होगा और अब सरकार इज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ स्पीड ऑफ डूइंग बिजनेस पर भी ध्यान दे रही है। नया रायपुर आईटी और इनोवेशन हब के रूप में विकसित हो रहा है, और सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना से युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे।
युवाओं के लिए नए अवसर
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने सेमीकंडक्टर मिशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और चिप निर्माण में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। यह मिशन न केवल बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाने और नवाचार को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।