छत्तीसगढ़ के पहाड़ों पर स्थित प्राचीन गणेश मंदिर की अनोखी कहानी
गणेश मंदिर की विशेषता
गणेश मंदिर: देशभर में अनेक गणेश मंदिर हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनका दर्शन करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। कई लोग तो अपनी जान को भी खतरे में डाल देते हैं। ऊंची पहाड़ियों और घने जंगलों में स्थित ये मंदिर दर्शकों को आकर्षित करते हैं। कुछ भक्त घंटों तक पहाड़ पर चढ़ते हैं। वहीं, मंदिर के पुजारी भी रोजाना इस कठिनाई का सामना करते हैं। हाल ही में, एक छोटे से गणेश मंदिर का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
ढोलकल पहाड़ी पर गणेश मंदिर
यह मंदिर छत्तीसगढ़ के ढोलकल हिल पर स्थित है, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पुजारी प्रतिदिन इस पहाड़ी पर चढ़कर पूजा करते हैं। इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने इस मंदिर का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने इसे 'लाइव गणेश आरती' के रूप में कैप्शन दिया है।
गणेश मंदिर समुद्र तल से 300 फीट की ऊंचाई पर है और इसे 1,000 वर्ष पुराना माना जाता है। यह बैलाडीला पर्वत श्रृंखला के घने जंगलों में स्थित है। रिपोर्ट के अनुसार, यह मंदिर 9वीं या 10वीं शताब्दी में नागवंशी राजवंश के समय में स्थापित किया गया था। यह स्थान फरसपाल पुलिस स्टेशन से 14 किमी दूर है और वहां पहुंचने के लिए केवल पैदल यात्रा करनी पड़ती है। वीडियो को 4 लाख से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं और लाखों लोग इसे देख चुके हैं।