चौदह दिन के बच्चे से निकले तीन भ्रूण, बीएचयू के डॉक्टरों ने किया चमत्कार
बीएचयू में अनोखी सर्जरी
मऊ: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सर सुंदरलाल अस्पताल के बाल शल्य विभाग में चिकित्सकों की एक टीम ने चौदह दिन के एक बच्चे के पेट से तीन भ्रूण निकालने में सफलता पाई है। लगभग तीन घंटे तक चली जटिल सर्जरी के बाद बच्चा अब स्वस्थ है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के मामले अत्यंत दुर्लभ होते हैं, और यह स्थिति हर पांच लाख में से एक बच्चे में देखने को मिलती है। गर्भावस्था के दौरान माता-पिता की लापरवाही के कारण ऐसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
एक युवक अपने बच्चे के पेट में दर्द की शिकायत लेकर बीएचयू अस्पताल आया। बच्चे के पेट में सूजन और सांस लेने में कठिनाई थी, जिसके चलते उसे भर्ती किया गया। चिकित्सकों ने अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन किया, जिससे पता चला कि बच्चे के पेट में तीन भ्रूण मौजूद हैं। यह जानकर डॉक्टर भी चकित रह गए। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि भ्रूण के कारण बच्चे की पित्त वाहिनी और आंतें दब गई थीं, जिससे उसे पीलिया हो गया था। इसके बाद सर्जरी का निर्णय लिया गया। बाल शल्य विभाग की डॉ. रुचिरा के नेतृत्व में सोमवार को सर्जरी की गई।
डॉ. सेत कच्छप ने बताया कि जो तीन भ्रूण निकाले गए, वे विकसित हो रहे थे। गर्भावस्था के दौरान पति-पत्नी को एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है।
सर्जरी की जटिलता और सफलता
डॉ. सेठ के अनुसार, यह ऑपरेशन काफी जटिल था। बच्चा अभी भी बाल शल्य विभाग की देखरेख में है, लेकिन अब वह खतरे से बाहर है। आमतौर पर इस तरह की सर्जरी पर लाखों रुपये खर्च होते हैं, लेकिन बीएचयू में यह प्रक्रिया नि:शुल्क की गई। सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. चेतन, डॉ. ग्रीष्मा के साथ-साथ एनस्थिसिया टीम की डॉ. अमृता, डॉ. आभा, और डॉ. रितिक भी शामिल थे।