चिराग पासवान ने बिहार चुनावों के लिए एनडीए में सीट बंटवारे पर की चर्चा
चिराग पासवान ने बिहार चुनावों के लिए एनडीए में सीट बंटवारे पर भाजपा नेता नित्यानंद राय से मुलाकात की। उन्होंने बैठक को सकारात्मक बताते हुए कहा कि सीटों के बंटवारे की घोषणा जल्द ही की जाएगी। चिराग ने 2024 के लोकसभा चुनावों में 40 से 50 सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य रखा है। वहीं, भाजपा ने अपनी सीटों की पेशकश बढ़ाकर 22 कर दी है। महागठबंधन में भी सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध बना हुआ है। जानें इस राजनीतिक हलचल के बारे में और क्या चल रहा है।
Oct 10, 2025, 12:43 IST
चिराग पासवान की भाजपा नेता से मुलाकात
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने शुक्रवार को बिहार चुनावों के लिए एनडीए में सीटों के बंटवारे पर चर्चा करने के लिए भाजपा के नित्यानंद राय से मुलाकात की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए, चिराग ने इस बैठक को "सकारात्मक" बताया और कहा कि सीटों के बंटवारे की घोषणा जल्द ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है और अब अंतिम चरण में है। "आप जिस चीज़ का इंतज़ार कर रहे थे, वह बहुत जल्द सामने आएगी," उन्होंने कहा।
सीटों के बंटवारे पर चर्चा
चिराग पासवान ने बताया कि सीटों के अलावा, वे अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा कर रहे हैं ताकि गठबंधन में कोई समस्या न आए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सामने अपनी इज्जत की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी के प्रदर्शन से उत्साहित, चिराग 40 से 50 सीटों पर चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं। जबकि भाजपा ने पहले लगभग 20 सीटों का प्रस्ताव रखा था, अब उसने अपनी पेशकश बढ़ाकर 22 कर दी है। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
भाजपा और लोजपा के बीच गतिरोध
भाजपा और लोजपा (रालोद) के बीच सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध जारी है। नित्यानंद राय ने चिराग के आवास पर तीन बार मुलाकात की। लोजपा (रालोद) कई निर्वाचन क्षेत्रों पर दावा कर रही है, जहाँ वह मजबूत स्थिति में है। जिन क्षेत्रों पर चर्चा हो रही है उनमें बखरी, मटियानी, अलौली, सिमरी बख्तियारपुर और मोरवा शामिल हैं।
महागठबंधन में सीट बंटवारे का गतिरोध
महागठबंधन में सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर गतिरोध बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार, राजद नेता तेजस्वी यादव और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के बीच देर रात हुई बातचीत बिना किसी नतीजे के समाप्त हुई। सहनी कम से कम 20 सीटों पर अड़े हैं, जबकि राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल 12 से 15 सीटों से आगे बढ़ने को तैयार नहीं हैं।