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चिराग पासवान ने आईपीएस अधिकारी के परिवार से की मुलाकात, न्याय का दिया आश्वासन

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना समाज में जाति और धर्म के आधार पर हो रहे शोषण को उजागर करती है। राहुल गांधी ने भी परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। हरियाणा सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक को छुट्टी पर भेज दिया है। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ।
 

चिराग पासवान का परिवार से मिलना

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की, जिनकी 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में आत्महत्या की घटना हुई थी। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा और त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पासवान ने कहा कि यह दुखद घटना समाज में मौजूद बुराइयों को उजागर करती है, यह दर्शाती है कि 21वीं सदी में भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर लोगों का शोषण हो रहा है।


परिवार के प्रति संवेदना

युवा नेता ने कहा कि वह चिराग पासवान के रूप में नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के रूप में वहां उपस्थित हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि परिवार की हर मांग को पूरा किया जाएगा और यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो कोई भी दलित परिवार मुख्यधारा में शामिल होने का विचार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह कितनी भी ऊंची स्थिति में क्यों न हो।


राहुल गांधी की संवेदना

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी परिवार से मुलाकात की और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने पूरन कुमार की सेवाओं और ईमानदारी की सराहना की। इस अवसर पर हरियाणा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे, जो शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता दिखाते हैं, जिनमें सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता गौरव मूलाना, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा और हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता राव दान सिंह शामिल थे।


हरियाणा सरकार की कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार, हरियाणा सरकार ने सोमवार रात को एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया, जिसमें पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजा गया। इससे पहले, राज्य सरकार ने सांप्रदायिक सद्भाव और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी और समन्वित प्रयासों का आग्रह किया था। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी निर्देश राज्य के सभी वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को भेजा गया है।