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चिराग पासवान का बिहार में रोजगार और सशक्तिकरण का विजन

चिराग पासवान ने बिहार में रोजगार और महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर दिया है। उन्होंने एनडीए गठबंधन के विजन के तहत जाति और धर्म से ऊपर उठकर हर बिहारी युवा को रोजगार देने की बात की। उनके 'MY समीकरण' में महिलाओं और युवाओं का प्रतिनिधित्व है। जानें उनके दृष्टिकोण और आगामी चुनावों में उनकी रणनीतियों के बारे में।
 

चिराग पासवान का रोजगार पर जोर

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा है कि एनडीए गठबंधन जाति, धर्म और पंथ से ऊपर उठकर बिहार के युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बिहारियों को सांप्रदायिक और जातीय आधार पर बांटने के प्रयासों की भी चर्चा की।


चिराग ने राजद और कांग्रेस के महागठबंधन पर आरोप लगाया कि वे आगामी चुनावों से पहले बिहार के लोगों को विभाजित करने का काम कर रहे हैं।


MY समीकरण का महत्व

एक जनसभा में बोलते हुए, चिराग पासवान ने अपने 'MY समीकरण' की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि M का मतलब है कि बिहारियों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि Y का मतलब है जातीय आधार पर विभाजन। उन्होंने अपने समीकरण में न केवल देश, बल्कि विश्व की महिलाओं और युवाओं का प्रतिनिधित्व करने की बात की।


उन्होंने अपने पिता रामविलास पासवान का जिक्र करते हुए खुद को 'शेर का बेटा' बताया।


सशक्तिकरण की दिशा में कदम

चिराग ने कहा कि वे इस MY समीकरण के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, जिसमें हर बिहारी युवा को रोजगार, महिलाओं को सम्मान और बुजुर्गों को उनके अधिकार मिलें। उन्होंने किसानों और मजदूरों के हक की भी बात की।


चिराग ने कहा कि उन्हें हराने और तोड़ने के कई प्रयास हुए हैं, लेकिन वे खगड़िया के बेटे और रामविलास पासवान के पुत्र हैं।


महिलाओं और युवाओं का सशक्तिकरण

19 अक्टूबर को, चिराग पासवान ने बिहार में महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए 'MY' समीकरण को फिर से परिभाषित किया। उन्होंने 'बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फ़र्स्ट' विजन के तहत राज्य के विकास पर जोर दिया।


चिराग ने एक साक्षात्कार में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में उनके सशक्तिकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।