चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता पर जोर देते हुए ओम बिरला का बयान
चिकित्सा नवाचार और अनुसंधान की आवश्यकता
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। उन्होंने उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हो रही प्रगति का लाभ उठाने की बात की।
बिरला ने यहां इनोवेटिव फिजिशियन फोरम के सातवें वार्षिक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। लोकसभा सचिवालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने बताया कि भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली गुणवत्ता, सुलभता और किफायती होने के लिए जानी जाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और यह सुनिश्चित किया गया है कि ये सेवाएं सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध हों।
बिरला ने कहा, 'वर्तमान में, जबकि विकसित देश स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, भारतीय चिकित्सक नवाचार और अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी वैश्विक पहचान बना रहे हैं।'
उन्होंने भारत की वैज्ञानिक प्रतिभा, मजबूत अनुसंधान सुविधाओं और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि ये सभी स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में न केवल देश की आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक चुनौतियों का समाधान भी कर रहे हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे समय की आवश्यकता बताया।
बिरला ने कहा, 'उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने और रोगियों की देखभाल में सुधार के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हो रही प्रगति का लाभ उठाना आवश्यक है। नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना और चिकित्सा अनुसंधान में निवेश करना नए उपचार विकसित करने, रोगों की रोकथाम को बढ़ाने और समग्र स्वास्थ्य सेवा तंत्र को मजबूत करने के लिए आवश्यक है।'