चंद्रबाबू नायडू ने जगन मोहन रेड्डी के चाचा की हत्या मामले में पुलिस निरीक्षक पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री नायडू का बयान
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बृहस्पतिवार को यह सवाल उठाया कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी के चाचा वाईएस विवेकानंद रेड्डी की 2019 में हुई हत्या के संदर्भ में पुलिस निरीक्षक जे. शंकरैया ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजने की हिम्मत कैसे की।
हाल ही में, शंकरैया ने नायडू को कानूनी नोटिस भेजा था, जिसमें उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने विवेकानंद रेड्डी की मौत के बाद की घटनाओं को लेकर विभिन्न मंचों पर उनके खिलाफ बार-बार ‘झूठा प्रचार’ किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि नायडू उन पर विवेकानंद रेड्डी की हत्या के तुरंत बाद मामले को छिपाने की कोशिश में शामिल होने का झूठा आरोप लगा रहे हैं। यह हत्या 15 मार्च 2019 को हुई थी, जो कि 2019 के चुनावों से ठीक पहले की घटना है।
नायडू ने विधानसभा में कहा, ‘‘मैंने अपने जीवन में इस तरह की चीजें कभी नहीं देखीं। जब मैं (2019 में) मुख्यमंत्री था, वह व्यक्ति उस स्थान (हत्या स्थल) पर मौजूद था... उसने मुझे मानहानि का नोटिस भेजने की हिम्मत कैसे की?’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शंकरैया ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजने के लिए ‘अपराधियों के साथ सांठगांठ’ की है और आश्चर्य जताया कि देश में क्या हो रहा है।